Faridabad News फरीदाबाद के पुराने रेलवे अंडरपास में सोमवार दोपहर एक कंक्रीट मिक्सर ट्रक फंस गया, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। ट्रक की ऊंचाई अधिक होने के कारण वह अंडरपास के लेंटर से टकरा गया, जिससे न तो वह आगे बढ़ सका और न ही पीछे हट सका। इस घटना ने हाईवे से एनआईटी क्षेत्र की कनेक्टिविटी को पूरी तरह से ठप कर दिया।
घटनास्थल पर राहत कार्य
सोमवार दोपहर करीब 12:30 बजे, कंक्रीट मिक्सर से लदा ट्रक ओल्ड रेलवे अंडरपास में फंस गया। ट्रक की ऊंचाई अंडरपास के लेंटर से टकरा गई। सूचना मिलते ही यातायात पुलिस और नगर निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। ट्रक चालक घटना के बाद मौके से भाग गया।
ट्रक के सभी टायरों की हवा निकाली गई, लेकिन यह भी समस्या का समाधान नहीं कर सकी। क्रेन मंगाकर इसे खींचने का प्रयास किया गया, लेकिन वह असफल रहा। अंततः दोपहर बाद गैस कटर मंगाया गया और ट्रक की ऊपरी बॉडी को काटने के बाद ही ट्रक को बाहर निकाला गया। इस दौरान, वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
यातायात पर प्रभाव
हाईवे से एनआईटी क्षेत्र की कनेक्टिविटी के लिए यह अंडरपास महत्वपूर्ण है। यहां हजारों वाहन चालक रोजाना यात्रा करते हैं। ओल्ड फरीदाबाद से सेक्टर-21ए, बी, फतेहपुर चंदीला, एनआईटी 5 नंबर, रेलवे रोड और सूरजकुंड जाने वाले वाहन इसी अंडरपास का उपयोग करते हैं। अंडरपास बंद होने के कारण हाईवे पर अजरौंदा चौक तक यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई, जिसका असर नीलम पुल पर भी देखा गया।
स्कूली बसों के आने-जाने के कारण स्थिति और भी खराब हो गई।
जलभराव की समस्या
23 सितंबर को ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास में वर्षा के बाद जलभराव से दो बैंककर्मियों की मौत हो गई थी। इसके बाद यातायात पुलिस ने इसे बंद कर दिया था, और छह दिन बाद आवागमन शुरू किया गया था। इससे पहले भी कई वाहन इस अंडरपास में फंस चुके हैं।
ट्रक चालक की लापरवाही
ओल्ड फरीदाबाद चौक पर तैनात यातायात पुलिसकर्मी अनिल कुमार ने बताया कि कंक्रीट मिक्सर ट्रक की ऊंचाई अधिक थी, इसलिए इसे अंडरपास में जाने से मना किया गया था। रुकने का इशारा करने के बावजूद ट्रक चालक नहीं माना और हाईवे से एनआईटी की ओर घुस गया, जहां वह फंस गया। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो चालक भाग गया।
ट्रक के नंबर से उसकी मालिक की पहचान की गई, और यह आरएमसी प्लांट का ट्रक था। वहां से दूसरा चालक आया। ट्रक चालक की लापरवाही की वजह से अंडरपास को अधिक नुकसान पहुंच सकता था, क्योंकि ऊपर रेलवे ट्रैक है, जिससे खतरा बढ़ गया था। इस मामले में जीआरपी को ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा गया है।