हरियाणा में अब कोई भी व्यक्ति पुरानी फैमिली आईडी से अलग नहीं हो सकेगा और न ही परिवार में कोई नया सदस्य जुड़ पाएगा. नागरिक संसाधन सूचना विभाग ने अब अगले आदेश तक नई फैमिली आईडी बनाने पर पाबंदी लगा दी है. नागरिक संसाधन सूचना विभाग में केवल परिवार आईडी की इनकम, जाति और बैंक खातों के सत्यापन का कार्य ही किया जाएगा.
- हरियाणा के भिवानी जिले में 3 लाख 17 हजार परिवारों की फैमिली आईडी बनाई जा चुकी है. नागरिक संसाधन सूचना विभाग के पास प्रतिदिन नई फैमिली की ID बनाने के अनुरोध पहुंच रहे हैं.
- लेकिन अब विभाग की ओर से उन पर ध्यान नहीं दिया जाएगा. एक महीने के दौरान 1500 से अधिक नई फैमिली ID बनाने के आवेदन प्राप्त हुए हैं जो फिलहाल निदेशालय के आदेशों के कारण पेंडिंग में डाल दिए हैं.
फैमिली ID सदस्यों के साथ अब कोई अदलाबदली नहीं हो पाएगी. वह पारिवारिक आईडी जिससे सदस्य पहले से जुड़े हुए हैं, उनकी इनकम और उनके बैंक अकॉउंट्स को उसी से जोड़ दिया जाएगा क्योंकि मुख्यालय से सॉफ्टवेयर अपडेट होने के साथ- साथ फैमिली ID का डाटा भी अपडेट किया जा रहा है. फिलहाल, जिसकी प्रोसेसिंग चल रही है.