Chandigarh News इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को गुरुग्राम में निधन हो गया। 89 वर्षीय चौटाला को दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं सके। उन्होंने दोपहर 12 बजे मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली।

हरियाणा में तीन दिन का राजकीय शोक और अवकाश
हरियाणा सरकार ने ओम प्रकाश चौटाला के सम्मान में तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। इसके साथ ही शनिवार को राज्य के सभी स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।
हरियाणा की राजनीति का ‘बूढ़ा शेर’
ओम प्रकाश चौटाला हरियाणा की राजनीति के एक बड़े नाम रहे। वह पांच बार राज्य के मुख्यमंत्री बने और सात बार विधायक चुने गए। उनकी पहचान हरी पगड़ी और जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ जुड़ाव के लिए थी। वह अपने कार्यकर्ताओं के नाम तक याद रखते थे और कई बार उनके घर रुक जाते थे।
राजनीतिक सफर और पिता से मिली विरासत
चौटाला को राजनीति की विरासत उनके पिता, पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल से मिली। उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के मामले में अपने पिता का रिकॉर्ड तोड़ते हुए पांच बार यह पद संभाला। देवीलाल ने दो बार मुख्यमंत्री रहते हुए कुल चार साल राज्य का नेतृत्व किया, जबकि चौटाला करीब छह साल इस पद पर रहे।
उम्र के आखिरी पड़ाव में भी शिक्षा का जुनून
2019 में तिहाड़ जेल में रहते हुए, चौटाला ने 84 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा दी। हालांकि वह अंग्रेजी का पेपर नहीं दे पाए थे, लेकिन 86 की उम्र में उन्होंने अंग्रेजी की पूरक परीक्षा पास की। 2022 में उन्होंने 12वीं की परीक्षा भी सफलतापूर्वक पास की और 88% अंक हासिल किए।
इनेलो के कमजोर प्रदर्शन का दौर
चौटाला के जेल जाने के बाद इनेलो का प्रदर्शन चुनाव दर चुनाव गिरता गया। उनकी अनुपस्थिति पार्टी के कार्यकर्ताओं को खलती रही। हालांकि उम्र के इस पड़ाव में भी चौटाला पार्टी की रैलियों और कार्यक्रमों में सक्रिय रहते थे।
आज सिरसा में होगा अंतिम संस्कार
गुरुग्राम से उनका पार्थिव शरीर सिरसा के पैतृक गांव तेजाखेड़ा ले जाया गया है। शनिवार सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर रखा जाएगा। दोपहर 3 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अंतिम संस्कार में शामिल होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौटाला के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उन्होंने हरियाणा की राजनीति में लंबे समय तक सक्रिय रहते हुए चौधरी देवीलाल के कामों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया।