बरसात के बाद मौसम में बदलाव के कारण आंखों में इंफेक्शन बढ़ने लगा है. हालांकि, चिकित्सक इसे वायरल इंफेक्शन मान रहे हैं. इसमें मरीजों की आंखों के कॉर्निया को भी नुकसान पहुंच रहा है. सिविल अस्पताल की नेत्र ओपीडी में अब 150 से 200 मरीज पहुंच रहे हैं, जिनमें 90 फीसदी आई फ्लू के ही शामिल हैं.
ओपीडी में स्कूल जानेवाले बच्चों की संख्या भी काफी है. सिविल में वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. कंचन यादव का कहना है कि यह वायरल पलू है और ठीक होने में दो से तीन दिन लगते हैं लेकिन, अब जो ओपीडी में पहुंच रहे हैं, वह ज्यादा इंफेक्शन के केस आ रहे हैं. जिनको ठीक होने में भी 5 से 7 दिन लग रहे हैं.
- ओपीडी में बच्चों की संख्या भी काफी है. डॉ. कंचन यादव ने आई फ्लू को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है.
- यह इंफेक्शन तेजी से फैलता है. इसलिए भीड़- भाड़ वाले क्षेत्र में जाने से बचने की जरूरत है. साथ ही, चश्मा जरूर लगाएं. इसके अलावा, आंखों को रगड़े नहीं और कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर से परामर्श लें.
- आंखों को रगड़ते हैं तो इंफेक्शन और बढ़ने की संभावना हो जाती है.
- अगर आंखों में जलन महसूस होती है तो साफ पानी से धोएं.
- खुद से कोई दवाई आंखों में न डालें. विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखाकर ही उपचार कराएं.
लक्षण
- सुबह उठते समय आंखों की पलकें चिपक जाती हैं.
- दिन में आंखों से आंसू और गंदगी निकलती रहती है.
- आंखों में दर्द के साथ खुजली महसूस होती है.
- आंखें लाल होने के साथ ही ज्यादा रगड़ने से सूजन भी आ जाने.
- आंखों से लगातार पानी निकलना.
- कई बार ज्यादा रगड़ने पर आंखों में खून इकट्ठा हो जाने.