पिछले कुछ महीनों में दिल की बिमारियों से कई लोगों की असमय मौत हो गई। इनमें उम्रदराज लोग ही नहीं, बल्कि युवा भी शामिल हैं, जिनकी मौत हार्ट की वजह से हुई है। वजह चाहे कोराना की हो या अन्य, दिल से जुड़े खतरे आए दिन मौत के मुंह में धकेल रहे हैं।
इनमें से कुछ की मौत हार्ट अटैक से तो कुछ की कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई है। यह दोनों बिमारियां से दिल से जुड़ी हैं, लेकिन दोनों में दिन-रात का अंतर है।
आइए समझते हैं…
हार्ट अटैक
हार्ट अटैक दरअसल ब्लॉकेज की वजह से होता है। दिल तक रक्त पहुंचाने वाली धमनियों में जब ब्लॉकेज हो जाती है, तो हार्ट अटैक आता है।पर्याप्त नींद के अभाव में दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है और अन्य खतरे जैसे स्ट्रोक, लकवा आदि की भी आशंका बनी रहती है। यानी कि दिल तक खून ही नहीं पहुंच पाता। यह ब्लॉकेज कोलेस्ट्रोल की वजह से होती है, क्यों धमनियों में कोलेस्ट्रोल जमा होता रहता है और उनमें खून का प्रवाह रुक जाता है। कोलेस्ट्रोल की मुख्य वजह हमारा खानपान, व्यायाम न करना, एल्कोहल का सेवन और धुम्रपान है। अगर आप हार्ट अटैक का जोखिम कम करना चाहते हैं, तो संतुलित आहार लें, 15 से 20 मिनट तक कसरत करें और रोजाना सैर करें।
कार्डियक अरेस्ट
दरअसल कार्डियक अरेस्ट में दिल की धडक़न काम करना बंद कर देती है, जिस कारण शरीर के बाकी हिस्सों में रक्त नहीं पहुंच पाता, जिसके चलते व्यक्ति बेसुध या बेहोश हो जाता है। इस दौरान अगर तुरंत उसे इलाज न मिले, तो मौत हो जाती है। गत् दिनों अभिनेता एवं डायरेक्टर सतीश कौशिक की मौत भी कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई थी। कार्डियक अरेस्ट आने के कई कारण होते हैं। अगर आप का दिल की नसें कमजोर है , तो कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। इसके अलावा हार्ट अटैक की वजह से भी कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। एक्सपर्ट का कहना है कि कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए खानपान पर ध्यान देना चाहिए। नियमित व्यायाम, सैर करें और चैकअप करवाते रहें।