HARYANA VRITANT

Panchkula News हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार का एक मुख्य कारण टिकटों का गलत आवंटन माना जा रहा है। पार्टी के आंतरिक सर्वे में अच्छा प्रदर्शन करने वाले उम्मीदवारों को नजरअंदाज कर दिया गया, जिससे पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ा।

हरियाणा विधानसभा चुनाव

जातिवादी राजनीति और गुटबाजी

कांग्रेस के भीतर जातिवादी राजनीति और नेताओं की आपसी गुटबाजी के साथ-साथ गलत टिकट आवंटन ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं। पार्टी ने जीतने वाले चेहरों के बजाय व्यक्तिगत पसंद-नापसंद के आधार पर टिकट दिए, जो हार का कारण बने।

बागी नेताओं से नुकसान

कई सीटों पर बागी उम्मीदवारों ने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया। पार्टी के रणनीतिकारों ने इन बागियों को मनाने की कोशिश नहीं की, जिसके चलते कांग्रेस के अधिकतर पैराशूट उम्मीदवार चुनाव हार गए।

जिताऊ उम्मीदवारों के टिकट काटे

कांग्रेस ने कई जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया। तिगांव में ललित नागर और बल्लभगढ़ में शारदा राठौर जैसे मजबूत उम्मीदवारों को नजरअंदाज किया गया, जबकि कमजोर उम्मीदवारों को टिकट दिया गया।

चित्रा सरवारा की बगावत

अंबाला छावनी में बागी उम्मीदवार चित्रा सरवारा को मनाने की कोई कोशिश नहीं की गई, जिसके कारण पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार भी हार गया। इसी तरह, तिगांव और पटौदी जैसी सीटों पर भी गलत निर्णयों ने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया।

अन्य गलत फैसले

गोहाना, खरखौदा और घरौंडा जैसे क्षेत्रों में भी गलत उम्मीदवारों को टिकट देने से कांग्रेस को चुनावी नुकसान उठाना पड़ा।