रोहतक में अवैध कॉलोनी में तोड़फोड़ न करने की एवज में 10 लाख की रिश्वत लेने के आरोप में विजिलेंस ने नगर निगम के सहायक नगर योजनकार (एटीपी) जितेंद्र नेहरा व नक्शानवीस त्रिलोकचंद शर्मा को गिरफ्तार किया है। वीरवार को पुलिस दोनों आरोपियों को अदालत में पेश करेगी।
- डीएसपी विजिलेंस सुमित कुमार ने बताया कि राजेंद्र नगर निवासी राजेश पुनिया ने न्यू बाईपास के नजदीक बोहर गांव के पास नौ एकड़ जमीन में कॉलोनी विकसित की है। बिल्डर का आरोप है कि नगर निगम के एटीपी जितेंद्र नेहरा कॉलोनी में तोड़फोड़ न करने की एवज में छोटूराम चौक स्थित नक्शानवीस त्रिलोकचंद शर्मा के माध्यम से 40 लाख रुपये मांग रहा था।
अब दोनों पक्षों के बीच 22 लाख रुपये सौदा तय हुआ। तय हुआ कि बुधवार को वह नक्शानवीस को 10 लाख रुपये दे देगा। बिल्डर ने साथ में विजिलेंस को इस बारे में शिकायत कर दी। इसके चलते विजिलेंस ने योजना के तहत शाम करीब साढ़े छह बजे छोटूराम चौक स्थित नक्शानवीस के कार्यालय पर दबिश दी।
यहां बिल्डर से 10 लाख रुपये रिश्वत लेते नक्शानवीस त्रिलोकचंद शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दबिश देकर एटीपी जितेंद्र नेहरा को काबू किया। इन दोनों को विजिलेंस थाने ले जाकर पूछताछ की। अब गुरुवार को पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश करेगी।