HARYANA VRITANT

अंबाला। अंबाला रेल मंडल के अधीन शिमला रेलवे स्टेशन पर पार्किंग में विजिलेंस की रेड को लेकर विभागीय अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया है। प्राथमिक जानकारी में सामने आया है कि पार्किंग में किसी भी प्रकार की अनियमितता विजिलेंस को नहीं मिली है। वहीं कुछ टैक्सी चालकों के बयान भी विजिलेंस ने दर्ज किए हैं।

सांकेतिक तस्वीर

इसमें उन्हाेंने बताया कि उन्होंने अपने रिस्क पर ही पार्किंग में गाड़ियां खड़ी की हैं और इसकी एवज में वो किसी को पैसे नहीं देते। जब पहला ठेकेदार था तो उससे मासिक पास बनवाया था और जो नया आएगा उससे भी मासिक पास बनवा लेंगे। गौरतलब है कि मंडल के अधीन शिमला रेलवे स्टेशन पर पार्किंग का ठेका तीन माह के लिए जारी किया गया था जोकि ठेकेदार नहीं संभाल पाया, क्योंकि उसे नुकसान हो रहा था।

इसकी जानकारी स्टेशन के अधिकारियों ने वाणिज्य विभाग को भी पहले ही दे दी थी और इसके बाद पार्किग में एक सूचना बोर्ड लगा दिया था कि जो भी यहां अपने वाहन खड़ा करेगा, वो रिस्क वाहन चालक का होगा न कि रेलवे का। इस दौरान नई निविदा को लेकर भी कार्रवाई आरंभ कर दी गई थी जोकि 17 मई को खुलेगी। वहीं दूसरी तरफ बिना सूचना के जाने को लेकर पार्किंग ठेकेदार द्वारा निविदा के समय जमा करवाई गई राशि को जुर्माने के तौर पर जब्त कर लिया है।

किसी ने विजिलेंस को शिकायत की थी कि शिमला रेलवे स्टेशन की पार्किंग का ठेका नहीं है, बावजूद इसके कुछ कर्मी पैसे लेकर और पर्ची काटकर यहां वाहन खड़े करवा रहे हैं। लेकिन विजिलेंस जांच में ऐसे किसी भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है। इस पार्किंग की निविदा पहले ही जारी कर दी गई थी और यह 17 मई को फाइनल कर दी जाएगी।