अंबाला। श्री राधा निकुंज परिवार ट्रस्ट के तत्वाधान में राम बाग गोशाला के श्री राधा-कृष्ण मंदिर में गोशाला को समर्पित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में छठे दिवस की कथा कहते हुए स्वामी रामजी दास महाराज ने कृष्ण लीलाओं का वर्णन किया। इसमें कृष्ण के साथ सखियां फूलों की होली खेलती हैं। उसके बाद मथुरा गमन की कथा कहते हुए कंस वध और ऊधो एवं गोपी संवाद प्रसंग कथा कहते हुए विरह कथा कही और इसके उपरांत श्रीकृष्ण-रुकमणी विवाह संपन्न हुआ। इसमें सभी भक्तों ने हरिनाम संकीर्तन की ओर से खूब आनंद उठाया।
महाराज ने बताया कि धर्म के रास्ते पर चल कर ही आप पाप का नाश कर सकते हो। यदि आप धर्म के रास्ते पर नहीं चलोगे तो पाप आपका नाश कर देगा। अतः मनुष्य को धर्म का रास्ता नहीं छोड़ना चाहिए चाहे कितनी भी मुसीबतें आएं। इस तरह से श्रीकृष्ण भगवान को मारने के लिए कंस ने न जाने कितने यतन किए, परंतु धर्म की राह पर चलते हुए श्रीकृष्ण ने कंस का वध किया व अपने माता-पिता को उसकी कैद से छुड़वाया। मंगलवार के यजमान रमेश बंसल एवं रीतू बंसल का परिवार बना।
उन्होंने विधिवत पूजा करवाई व आरती में भाग लिया। कथा के पश्चात गौशाला कमेटी के प्रधान भूषण और अमित गुप्ता परिवार ने प्रसाद वितरित किया। कथा में महाराज व उनके शिष्यों की ओर से गाए गए भजनों ने सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर राधा निकुंज परिवार ट्रस्ट के प्रधान सतीश मक्कड़, चेयरमैन मंजीव कुमार गोयल, सचिव अशोक राणा, कोषाध्यक्ष राजीव शर्मा, सलाहकार ज्ञान चन्द परूथी, सह सचिव उमेश बुद्धिराजा, कार्यकारिणी सदस्य उमेश व्यास, महिला संचालिका शिवानी ठुकराल, महिला सह संचालिका कैलाश बुद्धिराजा, मीना राणा, अल्का गर्ग, कृष्णा देवी आदि मौजूद रहे।