HARYANA VRITANT

अंबाला। शहर स्थित बस स्टैंड परिसर में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के बैनर तले रोडवेज कर्मचारियों ने सांकेतिक भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार और अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार और अधिकारी समय रहते कर्मचारियों की समस्याओं व मांगो का समाधान करें।

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के बैनर तले रोडवेज कर्मचारियों ने सांकेतिक भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन किया।

14 जुलाई को परिवहन राज्य मंत्री के आवास का प्रदेश भर के सभी डिपो के कर्मचारी घेराव करके आगामी बड़े आंदोलन की घोषणा करेंगे। प्रदर्शन के दौरान रोडवेज कर्मचारियों की भूख हड़ताल के बाद भी अंबाला में रोडवेज बसे चलती रही।इस दौरान कई कर्मचारी रात की डयूटी करके आए थे वह धरने में शामिल रहे।

इसी तरह से जिन कर्मचारियों ने दोपहर या शाम को डयूटी पर जाना था वह समय से पहले ही धरने में शामिल हो गए। इसके बाद जब धरना समाप्त हुआ तो कई रोडवेज कर्मचारी अपनी अपनी डयूटी पर चले गए।

महाप्रबंधक ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया

इस धरना प्रदर्शन की संयुक्त अध्यक्षता बिजेंद्र जांगड़ा, रविंद्र राणा, राजेश कुमार, बलविंद्र सैनी रमेश श्योकंद के द्वारा किया गया। वहीं भूख हड़ताल पर राजीव, मनोज कुमार, सरबजीत सिंह, अनिल जांगड़ा, अनिल सैनी शामिल रहे। इसके बाद शाम चार बजे रोडवेज कर्मचारियों ने मांगो को लेकर महाप्रबंधक अश्वनी कुमार डोगरा को ज्ञापन दिया। ज्ञापन लेने के बाद महाप्रबंधक ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि छोटे स्तर की जो भी समस्याएं वह अपने स्तर पर समाधान करेंगे। इसके अलावा जो समस्याएं मुख्यालय स्तर की है उन्हें मुख्यालय भेज दिया जाएगा ।

इन मांगो पर बनी थी सहमति

इस दौरान सांझा मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य जयबीर घणघस ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि 23 जून 2023 को परिवहन मंत्री व उच्च अधिकारियों की अध्यक्षता में मोर्चे के प्रतिनिधि मंडल की वार्ता हुई थी। इस वार्ता में कर्मचारियों के देय अर्जित अवकाशों में कटौती न करने, चालक- परिचालक का पे ग्रेड बढ़ाने, 2016 के चालकों को पक्का करने, 2002 के चालकों को नियुक्ति तिथि से पक्का करने, सहायक स्टोर कीपर व सहायक कैशियर पद समाप्त करने , चालकों की स्टैंड इंचार्ज का पद सृजित करके प्रमोशन करने आदि मांगो पर सहमति बनी थी।

कर्मचारी व विभाग विरोधी फरमान जारी

इसके परिपत्र जारी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन आज तक मांगो को लागू करने के परिपत्र जारी नही किए हैं। वहीं दूसरी ओर कर्मचारी व विभाग विरोधी फरमान जारी किए जा रहे हैं। जैसे चालक परिचालकों का ओवर टाइम सीमित करना, चालक परिचालकों के 30 रात्रि ठहराव से घटाकर 10 रात्रि ठहराव सीमित करना, यूनियन नेताओं को द्वेष भावना से ड्यूटी लेकर परेशान करना, बीमार कर्मचारियों से लंबे मार्गों पर ड्यूटी लेना आदि मांगें थी।