अंबाला। पुर्तगाल भेजने के नाम पर यमुनानगर के खेड़ी गांव निवासी भगवान सिंह से पांच लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित का आरोप है कि पुर्तगाल की जगह अर्मीनिया और ईरान भेजकर पहले तीन लाख रुपये हड़पे। फिर बेटे को ईरान में बंधक बनाकर रखा और ब्लैक मेलरों ने दो लाख रुपये ओर वसूले। ब्लैक मेलरों के चंगुल से छूटने के बाद बेटे को किसी तरह से इंडिया वापस बुलाया गया। पीड़ित ने धोखाधड़ी के आरोप हरियाणा पुलिस के जवान गुरमेल और एजेंट गुरमीत वर्मा पर लगाए। अंबाला कैंट पुलिस ने दोनों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
यमुनानगर खेड़ी गांव निवासी भगवान सिंह ने बताया कि…
पुलिस को शिकायत देते हुए यमुनानगर खेड़ी गांव निवासी भगवान सिंह ने बताया कि वह अपने बेटे को पुर्तगाल भेजना चाहता था। जीजा को इस बारे में बताया तो उन्होंने अपने जानकार कैथ के गुलहा निवासी गुरमेल सिंह से मिलवाया जो हरियाणा पुलिस में कार्यरत है। बात करने पर गुरमेल ने बताया कि चीका गांव निवासी गुरमीत वर्मा विदेश भेजने का काम करता है।
जब बात हुई तो आरोपी ने बेटे को एक नंबर में पुर्तगाल भेजना की बात कहीं और कहा कि 12 लाख रुपये का खर्च आएगा। बाद में आरोपी को बेटे के दस्तावेज दे दिए। 17 नवंबर 2022 को आरोपी ने बेटे को अमृतसर एयरपेार्ट पर पहुंचने के लिए कहा। जब वह पहुंचे तो बेटे को दुबई का वीजा दिया और और वहां एक लड़का पहले से ही मौजूद था। दुबई पहुंचने पर किसी पाकिस्तानी नागरिक ने उसे रिसीव किया और एक घर में ले गया।
वहां से 26 नवंबर को अर्मीनिया की फ्लाइट में बिठा दिया गया। बाद में आरोपी ने 3 लाख रुपये उससे मांगे। अंबाला छावनी के तोपखाना परेड में गुरमीत सिंह के सामने ही गुरमेल सिंह को चैक के जरिए तीन लाख रुपये की राशि का चैक दिया था। बेटे को वहां चार लड़के ओर मिल गए और अर्मीनिया से उसे एक फरवरी 2023 को इरान भेज दिया।
जहां वह किसी पहाड़ी घर में करीब एक माह तक रहे और वहां पर भूखे प्यासे बंधक बनाकर रखा गया। पैसे मंगवाने के लिए बेटे को भी मारने लगे। इसकी सूचना मिलने के बाद पुर्तगाल में रह रही बहन के जरिए ब्लैक मेलरों को करीब दो लाख रुपये दिए। इस पर बेटे व अन्य को भी छोड़ दिया। वीजा खत्म होने पर बहन ने इंडिया का वीजा लिया और बेटा 27 मार्च 2023 को वापस इंडिया पहुंचा।