Ambala Crime कांग्रेसी नेता के रिश्‍तेदार से करोड़ों की ठगी मामले में पुलिस ने तीसरा आरोपित भी गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है। शहर थाना पुलिस ने 8 जुलाई को नौ आरोपितों पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था। आरोपित ने इस मामले की पूरी जानकारी पुलिस से साझा कर दी है। वहीं दूसरी ओर जांच की जा रही है।

इमीग्रेशन कंपनी खोलकर और यूएस डालर खरीद कर रातोंरात अमीर बनने का झांसा देकर कांग्रेसी नेता के रिश्तेदार से 2.47 करोड़ रुपये ठगी के मामले में आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हिसार रोड दुर्गा नगर निवासी आरोपित राजेश कुमार को धर दबोचा। इस मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है। शहर थाना पुलिस ने 8 जुलाई को नौ आरोपितों पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था।

ये हैं आरोपित

आरोपितों में विवेक गहलोत निवासी नजदीक छोटू राम चौक गोहाना रोड, सोनीपत, राजेश वर्मा निवासी मकान दुर्गा नगर, हिसार रोड अंबाला, विशाल निवासी नजदीक होली चाइल्ड स्कूल, गली नंबर 6, नरेंद्र नगर, सोनीपत, राहुल कपूर निवासी स्टेट बैंक नगर, पश्चिम विहार, न्यू दिल्ली, हिमांशु कपूर निवासी स्टेट बैंक नगर, पश्चिम विहार, न्यू दिल्ली, अमन सिंह व अमित सिंह निवासी मकान सेक्टर-18, ओल्ड फरीदाबाद व स्टेप जिम, सेक्टर 18, ओल्ड फरीदाबाद, धीरज कपूर निवासी सेक्टर 15, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, पानीपत, चेतन पारिक निवासी दिल्ली (विशाल मलिक का साथी), भूपेंद्र सिंह व अन्य शामिल हैं।

क्या था पूरा मामला

पुलिस को दी शिकायत में नई बस्ती कांग्रेस भवन के नजदीक रहने वाले कांग्रेसी नेता के रिश्तेदार दीपक वर्मा ने बताया था कि वह सुनार का काम करता है। उनकी मैसर्ज रामोतार ज्वेलर्स शाप, सर्राफा बाजार में है। उसे दुर्गा नगर निवासी राजेश वर्मा जोकि रिश्तेदारी उसका साला लगता हैं, ने कहा कि दुबई में जाकर कुछ इमीग्रेशन का काम करते हैं। दुबई में उसके पुराने दोस्त राहुल व विशाल रहते हैं जोकि राजेश के पुराने जानकार हैं।

2022 में टूरिस्‍ट वीजा पर गए थे दुबई

राजेश ने कहा कि मेरे दोस्त विवेक गहलोत ने मुझे उनसे बहुत पहले मिलवाया था। फिर उसने बताया कि विवेक गहलोत को मेरे जीजा रविंद्र ने कई साल पहले उससे मिलवाया था। जोकि राजेश वर्मा, विवेक गहलोत, विशाल व राहुल के साथ पहले कई सालों से काम करता आ रहा है। इसलिए वह राजेश वर्मा की बातों में आकर उसके साथ दुबई जाने के लिए तैयार हो गया। वह और राजेश वर्मा आठ जून 2022 को दुबई टूरिस्ट वीजा पर गए। वहां पर राजेश के पास विवेक गहलोत का फोन आया।

टूरिस्‍ट वीजा पर बुलाए थे 25 बच्चे

विवेक गहलोत ने राजेश को कहा तुम राहुल व विशाल से मिलकर बात कर लो। राजेश वर्मा ने विवेक गहलोत को कहा कि हमारी विशाल और राहुल से बात हो गई है। फिर राहुल और विशाल से दुबई में मिलने पर उन्होंने बताया कि वो लोग काफी समय से यहां पर यह इमीग्रेशन का काम कर रहे हैं।

अगर आपको ये काम हमारे साथ मिलकर करना है तो हम 25 बच्चों को दुबईटूरिस्ट वीजा पर बुलाकर यूरोप या वो जिस देश में वो जाने चाहे हम उनको भेज सकते हैं। हमें एक फर्म बनानी पड़ेगी। इसके लिए 15-20 लाख रुपये तक का खर्च आएगा। उन लोगों ने कहा कि वह यूएस डालर की खरीद व बेच का काम भी करते हैं। यह काम बिनानसे वालेट अकाउंट से चलता है।

दिल्‍ली में बैठे आदमी करेंगे काम

इस काम में आपके पास 3 रुपये प्रति के हिसाब से बढ़ाकर जितने डॉलर के रुपये बनेंगे, वह आपके बाहर से बाहर प्रोफिट के रूप में आ जाया करेंगे। यह सारा काम उनके दिल्ली में बैठे आदमी करेंगे। आपको तो सिर्फ पैसा देना है। वहां पर उन्हें एक लड़का आर्यन मंगला जोकि वीआइपी रोड, जीरकपुर, पंजाब मिला, वह भी इमिग्रेशन का काम शुरू करने के उद्देश्य से दुबई में आया हुआ था, जिसने उन्हें बताया कि वह पहले अंबाला से ही संबंध रखता है।

इसलिए वह आर्यन मंगला काफी घुल-मिल गया था । 21 जून 2022 को भारत वापस आ गए। इसके बाद राजेश वर्मा, राहुल व विशाल उसे फोन करते रहे और उसने पहले कंपनी बनाने और इमीग्रेशन को काम करने के लिए हामी भर दी।

80-80 हजार रुपये लौटाए गए वापस

इसके बाद आरोपितों ने यूएस डालर खरीदने के लिए पहले 12 फिर 20 लाख रुपये उससे लिए और उसे मुनाफे के तौर पर दोनों बार उसी दिन कुल राशि सहित 80-80 हजार रुपये वापस भी लौटा दिए। बाद में आरोपितों ने उनसे 1.25 करोड़ रुपये उनसे लिए। लेकिन यह राशि वापस नहीं लौटाई।

इसके बाद आरोपितों ने उसे झांसे में लेकर 1.52 लाख रुपये अलग-अलग तरह से ठग लिए। उसने यह राशि इसीलिए दे दी क्योंकि वह फंस चुका था और उसे लगा कि शायद रुपये वापस आ जाएं।