मूनक। रेर कला-मूनक हेड (छह हजार वाला) पुल तक 3.32 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इसमें दिल्ली पैरलल व दिल्ली ब्रांच नहर के दो पुल भी बनेंगे। लंबे समय लोग इस सड़क के निर्माण कार्य का इंतजार कर रहे थे। सोमवार को लोक निर्माण विभाग के एसडीओ संजीव तंवर के नेतृत्व में करीब 800 मीटर की सड़क का निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया। जिससे यहां हर रोज लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिल सकेगी।
पीडब्ल्यूडी के एसडीओ संजीव तंवर ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य करीब एक माह में पूरा कर लिया जाएगा। मूनक से छह हजार वाले पुल तक 800 मीटर लंबी सड़क व दो पुलों पर करीब 332 लाख रुपए की अनुमानित राशि खर्च होगी। उन्होंने बताया कि यह सड़क निर्माण पिछले एक दशक से इसलिए रुका हुआ था क्योंकि जिस जगह पर पहले सड़क बनी हुई थी, वह जगह निशानदेही में किसानों के खेतों में आ गई थी। जिससे किसानों ने इस पर विरोध जताया था। इसके बाद सड़क के लिए कुछ ही दूरी पर दूसरी जगह तय की गई है। क्योंकि मामला कोर्ट में चला गया था, जिसमें वर्ष 2020-21 कोर्ट का फैसला किसानों के हक में गया था। जो जगह सड़क के लिए निर्धारित की गई थी, उस सड़क के किनारे कुछ लोगों ने अवैध कब्जे किए हुए हैं। जिनका मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
सड़क निर्माण के न होने से मूनक हेड पर आए दिन जाम…
लोगों का कहना है कि इस सड़क निर्माण के न होने से मूनक हेड पर आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। इस सड़क का निर्माण करवाए जाने को लेकर कई बार ग्रामीणों ने धरना भी दिया था। गांव के बबलू ,गौरव, बिट्टू ,फूल सिंह मुकेश, जगदीश, राजन का कहना है कि गांव वालों को यह रास्ता बनने से काफी सुविधा मिल जाएगी। सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि यहां के दर्जनों गांवों के लोगों को रोजाना जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। अब तक यहां दिनभर जाम की स्थिति बने रहने के कारण अक्सर विवाद होते रहते थे। धान व गेहूं के सीजन में किसानों को अनाज मंडी तक फसल ले जाने में भारी असुविधा होती है, काफी समय यहां खराब हो जाता था।
रिफाइनरी माइनर के पानी को 12 घंटे बंद करने की मिली इजाजत…
एसडीओ संजीव तंवर ने बताया कि सड़क के पास से गुजर रहे पानीपत रिफाइनरी में जाने वाले रजवाहा (माइनर) के पानी की बंदी की भी विभिन्न विभागों से इजाजत नहीं मिल पा रही थी। ये काफी लंबी प्रक्रिया थी, जिसमें काफी समय भी लग गया है। अब पानी बंद करने की इजाजत मिलने के बाद इस माइनर में पाइप लाइन दबाकर उसके ऊपर सड़क निर्माण करवाया जाएगा। इसके लिए उन्हें 12 घंटे की पानी की बंदी की इजाजत सिंचाई विभाग की ओर से दी गई है। इस अवधि में कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।