HARYANA VRITANT

पार्श्वनाथ सिटी पर 100 करोड़ सहित दोनों कॉलोनियों पर सरकार की भारी देयता बकाया, शर्तें पूरी नहीं की। शहर की दो लाइसेंसी कॉलोनियों ने हरियाणा सरकार का करोड़ों रुपये का भुगतान नहीं किया है। जिसके बाद सरकार के नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग ने सीएचडी सिटी और पार्श्वनाथ कॉलोनी के कॉलोनाइजरों पर प्लॉट की खरीद फरोख्त पर प्रतिबंध लगा दिया है। कॉलोनियों में विभाग ने बोर्ड लगा दिए हैं कि सरकार की देयता की अदायगी होने पर यहां कॉलोनाइजर (डेवलेपर) अब न प्लाॅट खरीद सकता है न बेच सकता है। जिससे इन पॉश कॉलोनियों के कॉलोनाइजरों के कारोबार को तो झटका लगा ही है, साथ ही इन कॉलोनियों में प्लॉट खरीदने वालों की उम्मीदें ठहर गई हैं।

सांकेतिक तस्वीर

पार्श्वनाथ सिटी लाइसेंसी कॉलोनी है लेकिन पॉश कॉलोनियों में से एक है। वीरवार को नगर एवं ग्राम आयोजन विभाग की ओर से जब इस लाइसेंसी कॉलोनी में बड़े ब़ोर्ड लगाए गए तो लोग पढ़कर चौक गए। इसमें लिखा गया कि लाइसेंस संख्या 73 ऑफ 2012 एनं 141 ऑफ 2014 जोकि पार्श्वनाथ डेवलेपर प्रा.लि. सेक्टर 35 करनाल की 81.136 एकड़ भूमि पर रिहायशी प्लाॅटेड कॉलोनी विकसित करने के लिए जारी किया गया था, को निदेशक नगर तथा ग्राम आयोजना विभाग हरियाणा की ईडीसी-आईडीसी आदि शर्तों को पूरा नहीं करने के कारण खरीद बिक्री पर रोक लगाई गई है।

स्पष्ट किया गया कि कोई भी व्यक्ति इस लाइसेंसी भूमि में किसी भी तरह की खरीद या संपत्ति का हस्तांतरण पर न करें। उपरोक्त कॉलोनाइजर के पक्ष में किसी भी तरह का भुगतान न करें।

दोनों कॉलोनियों पर सरकार का करोड़ों बकाया, डीटीपी…

जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) ओमप्रकाश ने बताया कि पार्श्वनाथ सिटी पर करीब सरकार की 100 करोड़ और लगभग इसी तरह करोड़ों की सरकारी देयता सीएचडी सिटी पर भी है, इसलिए दोनों लाइसेंसी कॉलोनियों पर कॉलोनाइजर से प्लॉट, भवन आदि की खरीद फरोख्त पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। इसके बावजूद यदि कोई खरीद-फरोख्त करता है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि यदि आंतरिक तौर पर कोई प्लाॅट या भवन धारक आपस में एक-दूसरे को खरीद-फरोख्त करता है तो कर सकता है।

कॉलोनाइजर ध्यान नहीं देता, आरडब्ल्यूए…

आरडब्ल्यूए पार्श्वनाथ सिटी के उप प्रधान विकास नागपाल ने बताया कि कॉलोनाइजर को लगातार शिकायतें की गई लेकिन लंबे समय से कॉलोनाइजर ने स्थानीय बाशिंदों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया है। सड़कें टूटी हैं, सीवर ओवरफ्लो हो रहा है, जिससे बदबू फैल रही है। एसटीपी को अभी तक सुचारू नहीं किया गया है। जिससे यहां मच्छरों का भारी प्रकोप है। कई अन्य समस्याएं हैं लेकिन कॉलोनाइजर ध्यान नहीं दे रहा है। अब डीटीपी की ओर से यहां कॉलोनाइजर से प्लाॅट खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध लगाए जाने संबंधी बोर्ड लगाए गए हैं।