दिल्ली- चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर सोनीपत में स्थित झरोटी टोल प्लाजा पर बीजेपी जिलाध्यक्ष तीर्थ राणा और टोल कर्मियों के बीच हुए विवाद का दूसरे दिन समाधान हो गया है. कई घंटे तक चली मैराथन बैठक के बाद जनप्रतिनिधियों और आसपास के 5 गांवों का टोल फ्री किया गया है. वहीं, टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर दायरे में वाहन चालकों को राहत दी जाएगी. इसके अलावा, जिलाध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार करने वाले टोल कर्मियों पर कार्रवाई होगी.
टोल प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि टोल कर्मी बाकायदा यूनिफार्म में दिखेंगे और किसी भी ग्रामीण से बदतमीजी नहीं करेंगे. साथ ही, टोल में भी NHAI के नियमों के तहत छूट दे दी गई है. इस आश्वासन के बाद टोल प्लाजा पर ग्रामीणों का धरना खत्म हो गया है.
- जिन 5 गांवों के वाहन चालकों का टोल टैक्स फ्री किया गया है उनमें झरोठी, झरोठ, कंवाली, थाना कलां व रोहट शामिल हैं. इसके अलावा, 20 किलोमीटर के दायरे के ग्रामीणों को राहत देते हुए मासिक पास के लिए मात्र 350 रुपए का भुगतान करना होगा. आसपास के जनप्रतिनिधियों व 5 गांवों के ग्रामीणों को आई कार्ड दिखाने टोल में छूट दिए जाने पर भी सहमति बनी.
- इससे पहले मंगलवार को सुबह करीब 10 बजे बीजेपी जिला अध्यक्ष तीर्थ राणा, पूर्व चेयरमैन राजबीर दहिया के अलावा दहिया खाप के प्रतिनिधियों व आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने झरोठ टोल प्लाजा पर पहुंचकर टोल को फ्री करवा दिया और वहीं पर धरना शुरु कर दिया. ग्रामीणों की मांग थी कि टोल पर बदतमीजी करने वाले कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए व आसपास के गांवों का टोल फ्री किया जाए. ग्रामीण टोल मालिक को मौके पर बुलाने पर अड़े रहे.
- वहीं, एसडीएम के साथ हुई बैठक में प्रमुख मांगों पर सहमति बनने के बाद ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में भी टोल कर्मियों ने अपना व्यवहार नहीं सुधारा तो आंदोलन का दूसरा रास्ता अपनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा गुंडागर्दी के अड्डे बन गए हैं और आए दिन इनके दुर्व्यवहार के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में टोल कर्मियों के दुर्व्यवहार को लेकर भी सुधार का वायदा किया गया है. दोनों पक्ष पुलिस में दी गई शिकायतों को वापस लेने पर सहमत हो गए.