हरियाणा में मानसून में दस्तक तो दे दी है मगर बरसात उस हिसाब से नहीं हो रही है जिसकी अभी जरूरत है. प्रदेश के अभी भी कई जिले सूखे पड़े हैं. हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि अगर बरसात ज्यादा होती है तो बाजरे की फसल को नुकसान हो सकता है. कई जिलों में तो बाजरा मंडी में भी आने लगा है. इस मौसम से धान को जरूर फायदा होगा मगर बरसात भी सामान्य होनी चाहिए.
- मौसम विभाग ने बताया कि हरियाणा में अभी 5 दिन तक मानसून कमजोर रहेगा. वहीं, 24 सितंबर से फिर बारिश के आसार हैं. सीजन में अब तक 406.6 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है. हालांकि, यह आंकड़ा अब भी सामान्य बारिश से 54 मिमी कम है यानी जब प्रदेश में 460 मिमी बारिश होगी तो मानसून का कोटा पूरा हो जाएगा. सितंबर में अब तक 48 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है.
- मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, हरियाणा में सितंबर का पहला सप्ताह बारिश की गतिविधियों के मामले में शुष्क रहा. मौसम विज्ञान केंद्र की साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार सितंबर माह में राज्य में वर्षा के स्तर में भारी कमी आयी है. चंडीगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक, फिलहाल बंगाल की खाड़ी से मानसूनी हवाएं आ रही है. पूरे सप्ताह मानसून की वापसी की संभावना नहीं है.
- देर रात प्रदेश के रानिया, सिरसा, टोहाना, डबवाली, हांसी, हिसार, आदमपुर, नाथूसर चोपटा, ऐलनाबाद, फतेहाबाद में हल्की से मध्यम बारिश हुई. बता दे बारिश का यह दौर सुबह 3 बजे तक जारी रहा. वहीं, रात में हुई बारिश से न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट आई है. हालांकि, आज कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी की भी संभावना है.
इस बार सबसे ज्यादा बारिश पंचकुला, यमुनानगर, अंबाला और कुरूक्षेत्र में दर्ज की गई जबकि हिसार, फतेहाबाद, भिवानी, जींद में कम बारिश दर्ज की गई. बारिश के मौसम के कारण अधिकतम तापमान में 1.9 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 0.3 डिग्री की गिरावट आयी है.