हरियाणा के सीएम मनोहर लाल रविवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय दुधौला के प्रांगण में आयोजित राज्य स्तरीय श्रमिक दिवस समारोह (Labour Day) में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे थे. इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आधुनिक युग के निर्माण में श्रमिकों का अहम योगदान है. प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के कल्याण के लिए श्रम कल्याण बोर्ड का गठन किया.
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के तत्वावधान में गुरु शिष्य कौशल सम्मान योजना शुरू की जाएगी। इसके तहत प्रदेश के 75 हजार युवाओं को कौशल आधारित प्रशिक्षुता प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसके लिए 208 करोड़ रुपए बजट का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा औद्योगिक श्रमिकों के बच्चों को 5 हजार से 16 हजार रुपए तक दी जाने वाली छात्रवृत्ति राशि बढ़ाकर 10 हजार से 21 हजार रुपए बढ़ाने की घोषणा की.
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने श्रमिकों के स्वास्थ्य लाभ के संबंध में भी बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि कक्षा नौवीं से मेडिकल की डिग्री तक के लिए औद्योगिक श्रमिकों के बच्चों को छात्रवृत्ति राशि के रूप में 10 हजार से 21 हजार रूपए तक मिलेंगे. इसके अलावा क्रोनिक बीमारी होने पर श्रमिकों को स्वास्थ्यप्रद खानपान हेतु हर महीने 2 हजार रूपए की आर्थिक मदद दी जाएगी. वहीं फरीदाबाद और गुरुग्राम जिले के हरसरू, कादीपुर और वजीराबाद में ESI डिस्पेंसरी स्थापित की जाएगी. राज्य की सभी ESI डिस्पेंसरी में ईसीजी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
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सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की गई है. इस योजना से कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जाएगी. साथ ही स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति और विविध विरासत को जीवित और समृद्ध बनाए रखने में मदद मिलेगी.
- उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत विश्वकर्मा समुदाय से संबंध रखने वाले लोगों को हुनर निखारने का मौका दिया जाएगा. विश्वकर्मा समुदाय के लोगों को 3 लाख रुपए तक का बिना गारंटी ऋण दिया जाएगा और 15 हजार रूपए तक की टूलकिट प्रदान की जाएगी. इस अवसर पर सीएम ने श्रमिकों की 11 लड़कियों को ई-स्कूटी प्रदान की और विभिन्न श्रेणियों के श्रमिकों को श्रम वीर और श्रम वीरांगना अवॉर्ड से सम्मानित किया.