हरियाणा में बाढ़ ने कहर बरपा रखा है. अभी भी बारिश की संभावना है. करीब 5 लाख एकड़ से ज्यादा फसल बर्बाद हो गई है. अरबों का आर्थिक नुकसान हुआ है. इंसानों के अलावा, अनगिनत जानवर भी बाढ़ का शिकार हुए हैं. जिसका अभी अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है. अंबाला जिला प्रशासन भी बाढ़ से हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंप रहा है. सबसे बुरी तरह से अंबाला ही बाढ़ की चपेट में आया है.

अंबाला में सबसे ज्यादा फसल बर्बाद हो गई है. अंबाला में धान के अलावा गन्ने की फसल भी खत्म हो गई है.

ऐसे में भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के आह्वान पर कुरुक्षेत्र के किसानों ने धान की पनीरी की बिजाई करने की तैयारी कर ली है. अंबाला में हालात स्थित होने आरंभ हो चुके है मगर मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान ने फिर से चिंता बढ़ा दी है

  • कुरूक्षेत्र के पिहोवा कस्बे में बीकेयू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के आह्वान पर एक किसान ने अपनी 5 एकड़ धान की फसल को ट्रैक्टर से नष्ट कर दिया.
  • पिहोवा ब्लॉक में 500 एकड़ धान के लिए पीआर- 126 धान पनीरी की बिजाई की गई थी. खास बात यह है कि बाढ़ प्रभावित किसानों को पनीरी मुफ्त में दी जाएगी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *