पानीपत में मुख्यमंत्री उड़नदस्ता करनाल की टीम ने एक बार फिर से नगर निगम के ताऊ देवी लाल कंपलेक्स और पालिका बाजार नगर निगम कार्यालय में रेड की। रेड करने के लिए खुद सीएम फ्लाइंग करनाल डीएसपी अजीत सिंह, 3 इंस्पेक्टरों और करीब 10 कर्मचारियों के साथ पहुंचे। टीम सुबह 9:00 नगर निगम के दोनों कार्यालय में पहुंच गई थी।
सबसे पहले टीम ने दोनों कार्यालयों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की। इसके बाद यहां के दफ्तरों में बैठने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की हाजिरी की जांच की गई। जिसमे काफी कर्मचारी अनुपस्थित मिले। जिनके डीएसपी ने नाम नोट कर लिए हैं। इसके बाद टीम ने पालिका बाजार निगम कार्यालय स्थित प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच का रिकॉर्ड खंगाला। सीएम फ्लाइंग के रेड की सूचना मिलते ही नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
- टीम ने ब्रांच के रिकॉर्ड की जांच की तो चेकर स्तर तक 1012 प्रॉपर्टी आईडी और एनडीसी के मामले लंबित मिले। इनमें से केवल मोबाइल नंबर बदलवाने के लिए 410 मामले लंबित पाए गए।
इस पर डीएसपी अजीत सिंह ने खुद आवेदन करने वाले और मौके पर पहुंचे लोगों से बातचीत की और समाधान का आश्वासन दिया। डीएसपी अजीत सिंह ने कहा कि वे शाम तक सभी लंबित आवेदनों का समाधान करवा देंगे। इसे लेकर उन्होंने निगम अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश भी दिए।
- पिछले 2 साल में सीएम फ्लाइंग की यह चौथी सबसे बड़ी रेड है। इससे पहले भी सीएम फ्लाइंग कर्मचारियों की हाजिरी चेक करने के साथ प्रॉपर्टी टैक्स कार्यकाल से रिकार्ड ले चुकी है। डीएसपी अजीत सिंह ने कहा कि लोगों के लिए प्रॉपर्टी आईडी की त्रुटि ठीक करवाने की प्रक्रिया सरल हो इस पर सरकार ध्यान दे रही है।
ये भी जांच की जा रही है कि निगम अधिकारी और कर्मचारी क्यों लंबित आवेदनों पर कार्रवाई देरी से करते हैं या उनके सामने भी कोई मजबूरी है। अगर कोई जटिल प्रक्रिया सामने आती है तो उसके समाधान को लेकर सरकार को पत्राचार किया जाएगा। पहले निगम कार्यालय में संपत्ति कर की जानकारी वार्ड वाइज होती थी जिसे अब कैटोगरी वाइज किया गया है।