सोनीपत के गन्नौर में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के साथ 537 एकड़ में विकसित की जा रही अंतरराष्ट्रीय फल, फूल एवं बागवानी मार्केट एशिया की सबसे बड़ी मंडी होगी। विशेष बात यह है कि मार्केट में देशभर के 14 राज्यों से माल पहुंचेगा, जिससे लोगों के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे। 2600 करोड़ रुपये की लागत से मार्केट को विकसित करने का टेंडर हैदराबाद की नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी को आवंटित किया गया है। इसका निर्माण हरियाणा इंटरनेशनल हॉर्टिकल्चर मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से किया जा रहा है।

  • भारतीय अंतरराष्ट्रीय बागबानी मार्केट परिसर में पानी निकासी के लिए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), कूड़ा प्रबंधन के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट (एसडब्ल्यूएमपी) व पेयजल सुविधा के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी) बनाए जाएंगे।
  • वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी साथ ही वर्कशॉप भी बनाई जाएगी। बिजली व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए पांच बिजली घर बना जाएंगे। (संवाद)

बागवानी मार्केट में 17 बड़े शेड बनाए जाएंगे। इनमें तीन शेड पूरी तरह वातानुकूलित होंगे, जिनमें फूल मार्केट व फिश मार्केट बनाई जाएगी। इसके अलावा सेब का शेड, प्याज का शेड, टमाटर, आलू समेत डेयरी उत्पाद, फूल, फल व सब्जियों की मार्केट, किसान बाजार के लिए अलग शेड की व्यवस्था होगी। यहां पर विभिन्न राज्यों से आने वाले वाहनों के लिए अलग से पार्किंग भी बनाई जाएगी। साथ ही वाहनों की मरम्मत के लिए वर्कशॉप भी बनाई जाएगी।

  • अंतरराष्ट्रीय बागवानी मार्केट में काम करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए अलग से 10 एकड़ में सरकारी कॉलोनी बसाई जाएगी। अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए आवास की सुविधा उपलब्ध होगी। इनमें अधिकारियों के लिए बड़े क्वार्टर व कर्मचारियों के लिए अलग से क्वार्टरों का निर्माण किया जाएगा।

  • अंतरराष्ट्रीय फल, फूल एवं बागवानी मार्केट में 14 राज्यों से माल मंगाया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय फल, फूल एवं बागवानी मार्केट के निर्माण के लिए हैदराबाद की एक कंपनी को टेंडर आवंटित किया गया है। मार्केट को दो साल विकसित किया जाएगा। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *