उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में सोमवार रात से सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण हरियाणा के मौसम में मंगलवार से बदलाव आएगा। इसके असर से दो दिनों तक प्रदेश में बादलवाही और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना रहेगी। मौसम में होने वाले इस बदलाव से लोगों को झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन की मानें तो 26 व 29 मई को भी दो और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे, जिनके प्रभाव से 31 मई तक बारिश संबंधी गतिविधियां दर्ज की जाएंगी।
डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि इस पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तरी राजस्थान पर कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। इस दौरान अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से प्रचुर मात्रा नमी मिलेगी, जिससे संपूर्ण इलाके में बादलवाही देखने को मिलेगी। इस दौरान 60 से 70 किलोमीटर अंधड़ चलने, हल्की से मध्यम बारिश और एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ ओलावृष्टि की संभावना बन रही है।
23 मई को हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में कुछ स्थानों पर प्री मानसून गतिविधियां देखने को मिलेंगी। मगर इसके बाद धीरे धीरे संपूर्ण इलाके में इन गतिविधियों का प्रभाव बढ़ेगा। तापमान में कमी 24 मई से ही देखने को मिलेगी। अगले महीने के प्रथम सप्ताह में भी तापमान सामान्य से नीचे बने रहने की संभावना है।
- सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में तापमान 45 डिग्री का आंकड़ा पार गया और इसके साथ ही हीट वेव की स्थिति रही। सोमवार को जींद के पांडु पिडारा, हिसार के बालसमंद व सिरसा में अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ये तीनों प्रदेश में सर्वाधिक गर्म क्षेत्र रहे। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 3.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
- भारतीय मौसम विभाग ने 23 से 26 मई तक येलो व ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
- इसके अलावा खासतौर पर एडवाइजरी भी जारी की है।
- इसके अनुसार गरज-चमक के दौरान बाहर जाने से बचें और पेड़ों के नीचे शरण न लें।
- जलाशयों के पास न जाएं।
- वहीं किसानों के लिए सलाह है कि वह सिंचाई, उर्वरक व कीटनाशक का प्रयोग स्थगित करें।