हरियाणा में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर तमाम बड़े दावे और वादे किए जाते है लेकिन सभी दावे धरातल पर नजर नहीं आते हैं. सोहना के सरकारी अस्पताल का हाल-बेहाल है. यहां न तो पर्याप्त मात्रा में चिकित्सक हैं और न ही कोई खास सुविधा का प्रबंध. आलम यह है कि अब मरीज निजी अस्पतालों की तरफ जाने लगे है क्योंकि एक्स-रे की मशीन तक इस सरकारी अस्पताल में मौजूद नहीं है. पिछले लंबे समय से चिकित्सकों के कई पद खाली पड़े है. 50 हजार की आबादी वाले नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों के कुल 11 पद हैं, लेकिन एसएमओ समेत केवल 5 ही चिकित्सक अस्पताल में नियुक्त हैं.
हालांकि सरकार ने करीब एक महीने पहले 100 बेड की घोषणा की थी लेकिन जो सुविधाएं सीएचसी स्तर के अस्पताल में होनी चाहिए वे सभी सुविधाएं भी नागरिक अस्पताल में नहीं हैं.
अस्पताल में मात्र 5 चिकित्सकों होने से यहां उपचार के लिए आने वाले मरीजों को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं. मरीजों के परिजन जब यहां पहुंचते हैं तो उन्हें चिकित्सकों के अभाव में मरीज को या तो गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल, या नलहड़ मेडिकल में ले जाना पड़ता है, या फिर उसे निजी अस्पताल में मरीज का महंगी फीस देकर उपचार करवाना पड़ता है. यही नहीं रात के समय अगर किसी मरीज को सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए लाया जाता है, तो ऐसे में चिकित्सकों की सेवाएं मरीज को नहीं मिल पाती.