पाक से पंजाब और फिर हरियाणा में एक के बाद एक विस्फोटक सामग्री मिलने की घटनाएं पाकिस्तान की बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रही है। पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई की गोद में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रिंदा का नाम भी इन्हीं घटनाओं में उछल चुका है। इन विस्फोटक सामग्री का ट्रांजिट प्वाइंट हरियाणा बनता जा रहा है, जिसको लेकर राज्य सरकार गंभीर है। यही कारण है कि प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज हरियाणा, पंजाब पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षा एवं जांच एजेंसियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं।
ऐसा पहली बार होगा जब इस बैठक का हिस्सा इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी), नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए), क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआइडी), राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के अधिकारी भी होंगे। यह बैठक सोमवार को अंबाला शहर के पुलिस आफिसर इंस्टीट्यूट अंबाला शहर में होगी।
बता दें कि अंबाला दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग, कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद और कैथल रोड पर अलग-अलग विस्फोटक सामग्री मिल चुकी है। बैठक में इस बात पर चर्चा होगी कि कैसे पंजाब से यह सामग्री हरियाणा तक पहुंच रही है। सुरक्षा एजेंसियों की जांच में सामने आ चुका है कि यह सारी खेप एक जैसी है। जो यह विस्फोटक सामग्री रखते हैं, फिर मोबाइल से वीडियो बनाते हैं और आगे हैंडलर को भेजते हैं। विस्फोटक को दूसरे स्थान पर ले जाने की जिम्मेदारी दी जाती है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के चलते यह पहले ही पकड़ी जाती हैं।
- ऐसी घटनाएं पंजाब में भी दर्जनों सामने आ चुकी हैं। ऐसे में बैठक में इन सभी को रोकने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा। हरियाणा और पंजाब में इन मामलों में जो आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं, उनकी क्राइम हिस्ट्री और संपर्क सूत्रों को एक दूसरे से साझा किया जाएगा ताकि किसी ठोस नतीजे पर पहुंचा जा सके।