सिरसा में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान रानियां क्षेत्र के गांव बणी की सरपंच नैना झोरड़ मुख्यमंत्री के समक्ष समस्याएं सुनाई तो सीएम ने बीच में ही रोक दिया। जिसके चलते महिला सरपंच नैना झोरड़ ने रोष में आकर मुख्यमंत्री के पैरो में अपना दुपट्टा उतार कर फेंक दिया और कहा कि ये है हिंदुस्तानी महिला की इज्जत। मामला बढ़ते ही मुख्यमंत्री ने सुरक्षाकर्मियों को बोलकर उसे स्टेज से नीचे उतार दिया।
सोमवार को गांव बणी में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान गांव बणी की महिला सरपंच नैना झोरड़ अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के पास स्टेज पर पहुंच गई। महिला सरपंच ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी समस्याएं रखनी शुरू कर दी।
वहीं महिला सरपंच ने कहा कि इस बार उन्होंने लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। क्योंकि इस बार आपकी हरियाणा सरकार ने महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया था। इसमें मैने कोई गुनाह तो नहीं किया।
- इस दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें रोकने का प्रयास शुरू कर दिया और बाद में बात करने को कहा है। इस दौरान सरपंच ने कहा कि मेरी पति पर जानलेवा हमला हुआ है सर। तभी मुख्यमंत्री ने कहा कि आप अलग से समस्या बताना। तभी महिला सरपंच भड़क उठी और कहने लगी की अगर आपको नहीं सुनना तो एक हिंदुस्तानी औरत की इज्जत दुपट्टा है और ये रहा आपके कदमों में हिंदुस्तानी औरत का दुपट्टा।
- ऐसे में मुख्यमंत्री ने कहा कि देखिए जनसंवाद का मतलब बहस बाजी नहीं है। आप राजनीति न करने आए यहां। तभी सुरक्षा कर्मचारियों ने महिला सरपंच को स्टेज से नीचे उतार दिया और हिरासत में ले लिया।