हरियाणा में गठबंधन को लेकर चल रही रस्साकशी के बीच जननायक जनता पार्टी ने राजस्थान में चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। पार्टी यहां पर करीब 25 से 30 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यहां संगठन को मजबूत करने के अलावा जजपा नेताओं ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
कौन कहां लगा रहा जोर
जजपा का प्रयास है कि राजस्थान में परिवार के पुराने रिश्तों को साथ जोड़कर एक बार फिर से जोर लगाया जाए। दिग्विजय चौटाला ने पिछले दिनों जयपुर में इनसो का बड़ा सम्मेलन किया। यहां की एक यूनिवर्सिटी में इनसो का अध्यक्ष है और दो कॉलेजों में पदाधिकारी भी चुनकर आए हैं।
जजपा का प्रयास है कि राजस्थान में परिवार के पुराने रिश्तों को साथ जोड़कर एक बार फिर से जोर लगाया जाए। यही कारण है कि दुष्यंत चौटाला नागौर जिले के खरनाल में वीर तेजा जी का भव्य मंदिर बनवा रहे हैं।
देवीलाल का सपना था पार्टी का विस्तार
चौ. देवीलाल पार्टी का विस्तार करना चाहते थे। उन्होंने राजस्थान से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री रहते हुए ओम प्रकाश चौटाला ने भी पार्टी के विस्तार में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब देवीलाल के दोनों पौत्रों ने यह बीड़ा उठाया है।
इन क्षेत्रों में हैं रिश्तेदारियां
श्रीगंगानगर के साथ सिरसा जिला, चूरू के साथ हिसार, पिलानी के साथ भिवानी, झुंझनू के साथ महेंद्रगढ़ और अलवर के साथ हरियाणा का मेवात जिला पड़ता है।
पार्टी का विजन यह है कि किसी तरह छह प्रतिशत वोट शेयर बढ़ा कर पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाई जाए। हाल ही में चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया है।
राष्ट्रीय स्तर पर पहचान
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, उनके पिता डॉ. अजय सिंह चौटाला और छोटे भाई दिग्विजय चौटाला ने राजस्थान में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। पार्टी का विजन यह है कि किसी तरह छह प्रतिशत वोट शेयर बढ़ा कर पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाई जाए।