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रोहतक: रोहतक की अनाज मंडी में किसान अब गेहूं की फसल लेकर पहुंचने लग गया है लेकिन यहां भी उसे मायूसी ही हाथ लग रही है, क्योंकि कुदरत की मार के सामने उसकी गेहूं की फसल खराब हो चुकी है और गेहूं में नमी बताकर उसे खरीदा नहीं जा रहा। 

किसान का कहना है कि खेती अब घाटे का सौदा होती जा रही है। खेती में लागत ज्यादा और आमदन कम होती जा रही है। अबकी बार गेहूं की फसल से किसान को उम्मीद थी कि बंपर पैदावार होगी, लेकिन कुदरत की मार ने उसके सारे अरमानों पर पानी फेर दिया है। रही सही कसर अब मंडी में खरीदार निकालने में लगे हुए हैं । वहीं किसान का कहना है कि बेमौसम बारिश से खराब हुई फसल का कोई मुआवजा नहीं मिला है और ना ही बची हुई फसल की खरीद हो रही है। 

वहीं किसान रविंदर का यहां तक कहना है कि उन्होंने 11 एकड़ जमीन ठेके पर लेकर गेंहू की बिजाई की थी और उन्हें उमीद थी कि अबकी बार फसल बेचकर बच्चों की स्कूल की फीस भरेंगे व मकान बनाएंगे, लेकिन बेमौसमी बारिश ने सब कुछ खत्म कर दिया. अब तो जो लागत है वह भी निकल जाए और सरकार कुछ मुआवजा दे तो परिवार का गुजारा चल सकता है, अन्यथा वह भूखे मरने के कगार पर है।

By Anita

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