हरियाणा : हरियाणा में सहकारी बैंक और उससे जुड़े संस्थानों की सुरक्षा राम भरोसे चल रही है। ये हम नहीं बल्कि विधानसभा में प्रदेश के सहकारी मंत्री बनवारी लाल ने जो आंकड़े पेश किए है वे कह रहे है।
ये सुनकर हैरानी होगी कि प्रदेश में चल रहे सहकारी बैंकों में सिर्फ 741 कर्मचारी काम कर रहे है। जबकि स्वीकृत कर्मचारियों की संख्या 4608 है। इसके अलावा इन बैंकों की संख्या के लिए स्वीकृत गनमैन की संख्या 612 है जबकि केवल 7 गनमैन ही काम कर रहे है। बताया जा रहा है कि पिछले एक दशक से गनमैन समेत अन्य स्टाफ की भर्ती नहीं हुई है।
16% स्टाफ से चला रहे हैं काम
इन आंकड़ों में नजर डाले तो सहकारी बैंक केवल अपनी 16% कर्मचारियों के बल पर ही अपना काम चला रहे है जबकि सहकारी बैंक के चंडीगढ़ मुख्यालय का हाल भी कुछ ज्यादा अच्छा नहीं है। ये भी अपने कर्मचारियों की कुल संख्या के केवल 32% से ही काम चला रहे है। इससे बैंक के अन्य कर्मचारियों पर काम का दबाव बढ़ जाता है। यही हाल हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर एंड रुरल डिवैल्पमैंट बैंक लिमिटेट का है। यह बैंक और इसकी दूसरी शाखाएं किसानों को फसल ऋण और कृषि से जुड़ी अन्य सेवाएं देती है।
विधानसभा में पेश आंकड़े के अनुसार, इन बैंकों में केवल 512 कर्मचारी काम कर रहे हैं, जबकि – स्वीकृत कर्मचारियों की संख्या 1799 है, जिसका अर्थ है पूरी संस्था केवल 28 प्रतिशत कर्मचारियों की संख्या के बल पर चल रही है। असंध के विधायक ने उठाया सवाल असंध से कांग्रेसी विधायक शमशेर सिंह गोगी ने बजट सत्र के दूसरे दिन यानी सोमवार को इस संबंध में सवाल किया था।