पंचकूला सेक्टर 27 में सोमवार देर रात एक ही परिवार के सात लोगों ने आत्महत्या कर ली. घटना का पता लगते ही स्थानीय थाना पुलिस समेत डीसीपी हिमाद्री कौशिक भी तुरंत मौके पर पहुंची. बेसुध पड़े सभी सात लोगों को तुरंत सेक्टर 26 स्थित ओजस अस्पताल ले जाया गया, जहां सभी को मृत घोषित किया गया. जबकि एक की मौत सेक्टर 6 सिविल अस्पताल में हुई.

मृतकों की पहचान हुई: पुलिस जांच में सभी मृतकों की पहचान हो गई है. मृतकों में प्रवीण मित्तल, उनके पिता देशराज मित्तल, मां और पत्नी समेत तीन बच्चों (दो बेटियां और एक बेटा) के रूप में हुई है. पुलिस की शुरुआती जांच में पता लगा कि परिवार मूल रूप से उत्तराखंड का रहने वाला है और पिछले काफी समय से पंचकूला में किराए के मकान में रह रहा था.
बिजनेस में घाटे से बढ़ा कर्ज: पुलिस के अनुसार परिवार के करीबी लोगों से बातचीत में पता लगा कि प्रवीण मित्तल के परिवार पर भारी कर्ज था. कुछ ही समय पहले प्रवीण मित्तल के परिवार ने देहरादून में टूर एंड ट्रेवल्स का बिजनेस शुरू किया था, लेकिन इस कारोबार में उन्हें बड़ा घाटा हुआ. इसके अलावा आमदनी के सभी साधन भी खत्म हो चुके थे और खाने तक को भी पैसे नहीं बचे थे. इसी तनाव और परेशानी के चलते परिवार ने यह कदम उठाया.
गाड़ी में बैठे छह लोग: बताया जा रहा है कि जहर निगलने के बाद परिवार के 7 लोग घर के बाहर गाड़ी में बैठे थे. फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है कि सभी जहर खाने के बाद घर के बाहर खड़ी गाड़ी में आकर बैठे थे? या फिर किसी अन्य जगह से लौटने के बाद घर के अंदर ना जाकर गाड़ी में बैठे-बैठे ही जहर निगल लिया. फिलहाल इस तथ्य की पुष्टि के लिए पुलिस जांच में जुटी है.
सोमवार रात 11 बजे पीसीआर को सूचना: घटना का पता उसे समय चला जब सोमवार की देर रात करीब 11 बजे पुलिस को डायल 112 पर फोन आया. सूचनाकर्ता व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि बाहर खड़ी गाड़ी में कुछ लोग बैठे हैं, जो बुरी तरह तड़प रहे हैं. इस सूचना पर पुलिस ईआरवी गाड़ी मौके पर पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने गाड़ी में 7 लोग बैठे दिखे, जिनकी हालत काफी खराब थी. सभी को तुरंत सेक्टर 26 स्थित ओजस अस्पताल ले जाया गया. इसके कुछ ही देर बाद घर से एक अन्य व्यक्ति तड़पते हुए बाहर निकला. पुलिसकर्मी उसे भी उपचार के लिए तुरंत अस्पताल ले गए लेकिन इलाज के दौरान सभी सात लोगों की मौत हो गई.