अंबाला के बहबलपुर गांव के दलजीत सिंह व पंच रवि कुमार के द्वारा पूर्व राज्य मंत्री असीम गोयल पर सत्ता के दुरुपयोग के आरोप लगाने के बाद अब यह विवाद बढ़ता दिखाई दे रहा है।शहरभर में सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर चस्पा किए गए हैं। मंगलवार को इस मामले में पूर्व राज्य मंत्री असीम गोयल का भी बयान सामने आया है।

साजिश का आरोप लगाकर पूर्व राज्य मंत्री का पलटवार
पूर्व राज्य मंत्री ने उन पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने आरोप लगाने वाले दोनों लोगों पर जमकर हमला बोला और उन्हें लोमड़ी बताया। पूर्व मंत्री ने कहा कुछ लोमड़ी अपने धनबल व बाहुबल के बलबूते उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र कर रहे हैं। हालांकि ऐसे लोगों के पास जनबल नहीं है। गोयल ने इस मामले को अपने खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया है। असीम गोयल ने कहा कि यह गांव की पंचायत और तीन लोगों का आपसी मामला है जो कि गांव में बने अंबेडकर भवन से जुड़ा है लेकिन यह कुछ ऐसे राजनीतिक लोगों का षड्यंत्र है जो सामने से नहीं लड़ सकते।
वहीं, इस मामले को लेकर बहबलपुर गांव के मौजूदा सरपंच प्रतिनिधि किरपाल सिंह भी सामने आए। उन्होंने असीम गोयल पर आरोप लगाने वाले दलजीत सिंह ओर पंच रवि कुमार पर बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर भवन पर कब्जा करने के आरोप लगाए। सरपंच प्रतिनिधि ने कहा गांव में बने अंबेडकर भवन को लेकर ये लोग बीते करीब 15 सालों से अड़चनें पैदा कर रहे हैं। पिछले सरपंचों के कार्यकाल में भी इन लोगों ने यही काम किया था। सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि इस मामले को लेकर अब पूरे गांव ने डीसी अंबाला को भी एक पत्र लिखकर मामले की वास्तविकता बताई है।
क्या है मामला?
हरियाणा के अंबाला में दो लोग इच्छा मृत्यु की मांग कर रहाे हैं। शहर में इसको लेकर कई जगह पोस्टर भी चस्पा किए गए हैं। इन पोस्टरों पर पूर्व राज्य मंत्री असीम गोयल का नाम लिखा है। इन दोनों लोगों ने पूर्व राज्य मंत्री असीम गोयल पर सत्ता का गलत प्रयोग करने के आरोप लगाए हैं। इस संबंध में दोनों लोगों की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी वायरल हो रही है। जिसमें वह एक केस का जिक्र करते हुए असीम गोयल द्वारा पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने का आरोप लगा रहे हैं। इसके साथ ही शहर में कुछ स्थानों पर इस बाबत सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर भी चस्पा किए गए हैं जिसमें पीड़ितों द्वारा इच्छा मृत्यु या इंसाफ दिलाने की मांग की गई है।