सिविल एविएशन ने महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे की चहारदीवारी के नीचे वन्य जीवों द्वारा बनाए सुराखों को बंद करने के लिए तीन फीट तक मिट्टी डलवाने का काम शुरू करा दिया है। वहीं, चहारदीवारी के साथ उगीं झाड़ियों को हटवाया है, जिससे दूर तक का एरिया साफ नजर आ सके। सुराख वाले स्थान पर ईंट लगाकर उन्हें पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सुरक्षा के लिए पीसीआर को तैनात किया है। यह गाड़ी एयरपोर्ट की चहारदीवारी के साथ गश्त करेगी।

चहारदीवारी के नीचे से बने सुराखों से एयरपोर्ट में घुस रहे वन्य जीवों के चलते एयरपोर्ट की सुरक्षा पर सवालिया निशान लग गए थे। इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी को काफी दिक्कताें का सामना करना पड़ा था। प्रधानमंत्री की रैली से पहले वन्य जीवों को पकड़ा भी गया, लेकिन कई जगह सुराख अभी भी बने थे। अमर उजाला ने दो बार ग्राउंड रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इसके बाद पीडब्ल्यूडी, जिला प्रशासन, सिविल एविएशन, एयरपोर्ट अथॉरिटी तक मामले को गंभीरता से लिया। अधिकारियों ने 24 घंटे में सुराखों को बंद करने के निर्देश दिए हैं।

टावर के साथ सीसीटीवी लगाए


एयरपोर्ट की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एक पीसीआर एयरपोर्ट के बाहरी हिस्से में लगाई गई है। सुरक्षा के लिए बनाई गई पुलिस टावर के जरिए लगातार निगरानी की जा रही है। इन टावर के साथ सीसीटीवी लगाए हैं। अगर कोई व्यक्ति या वन्य जीव चहारदीवार के आसपास दिखता है तो पीसीआर को मौके पर भेजा जाता है।

एयरपोर्ट परिसर में पिछले तीन दिन से कोई वन्य प्राणी नजर नहीं आया है। एयरपोर्ट कर्मी लगातार निगरानी कर रहे हैं। फिलहाल वन्य प्राणी विभाग की ओर से भी कोई जांच अभियान नहीं चलाया जा रहा। बता दें कि एयरपोर्ट परिसर से करीब 20 से अधिक वन्य प्राणी निकाले गए थे। यह वन्य प्राणी दीवारों के नीचे बने सुराखों से अंदर पहुंच रहे थे।

शुरू हो चुकी नियमित उड़ान


एयरपोर्ट पर 14 अप्रैल को पहली कॉमर्शियल फ्लाइट ने उड़ान भरी थी। अब 18 अप्रैल को फ्लाइट रहेगी। इसके बाद 20 अप्रैल को यह सुविधा रहेगी। पहले चरण में हिसार से दिल्ली, दिल्ली से हिसार, हिसार से अयोध्या, अयोध्या से हिसार के लिए फ्लाइट की सुविधा है। जिसमें अयोध्या को लेकर अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।