Faridabad News फरीदाबाद नगर निगम ने ग्रामीणों को लाल डोरे की जमीन का मालिकाना हक दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए निगम की टीम गांव-गांव जाकर सर्वेक्षण कर रही है। गांव के नंबरदार की रिपोर्ट के आधार पर इन जमीनों पर बसे लोगों के मकानों की रजिस्ट्री मात्र एक रुपये में की जाएगी। साथ ही, उन्हें मालिकाना सर्टिफिकेट भी जारी किया जाएगा।

दस्तावेजों की कमी से ग्रामीण परेशान
प्रदेश सरकार की स्वामित्व योजना के तहत, मार्च तक ग्रामीणों को निगम की ओर से मालिकाना सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। हालांकि, अभी तक अधिकतर ग्रामीणों के पास अपने मकानों और दुकानों का कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है। उनके पास केवल जमीन पर कब्जे का अधिकार है।
घर-घर पहुंचेंगी निगम की टीमें
योजना को सफल बनाने के लिए नगर निगम ने प्रत्येक जोन में विशेष टीमों का गठन किया है। ये टीमें घर-घर जाकर लोगों को मालिकाना हक लेने के लिए जागरूक कर रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान लोगों को उनकी संपत्ति का आधिकारिक अधिकार दिलाने के लिए चलाया जा रहा है।
मालिकाना सर्टिफिकेट के लिए दस्तावेज जरूरी
मालिकाना हक के लिए आवेदन करने वाले को यह साबित करना होगा कि वह पिछले 10 वर्षों से जमीन पर कब्जा किए हुए है। प्रमाण के तौर पर बिजली बिल, ड्राइविंग लाइसेंस, गैस कनेक्शन की कॉपी या अन्य कोई वैध दस्तावेज स्वीकार्य होंगे। इसके साथ ही, नंबरदार की रिपोर्ट भी अनिवार्य होगी।
सत्यापन के लिए नगर निगम की एक विशेष कमेटी गठित की जाएगी, जिसमें पार्षद, नंबरदार और जूनियर इंजीनियर शामिल होंगे। पूरी प्रक्रिया के बाद मालिकाना हक का सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
मालिकाना हक के फायदे
मालिकाना सर्टिफिकेट मिलने से ग्रामीण अपनी जमीन को बैंक में गिरवी रखकर लोन ले सकेंगे और जमीन की खरीद-फरोख्त भी आसान हो जाएगी। हालांकि, कुछ ग्रामीण गृहकर का मुद्दा उठाकर इस प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं।
गृहकर को लेकर ग्रामीणों की चिंताएं
ग्रामीणों का कहना है कि मालिकाना दस्तावेज मिलने के बाद उन्हें गृहकर देना होगा। नगर निगम के अनुसार, 99.99 गज तक खाली प्लॉट पर कोई गृहकर नहीं लिया जाएगा। 100 गज या उससे अधिक की जमीन पर गृहकर गज के हिसाब से तय होगा। उदाहरण के लिए, 100 गज के घर पर 100 रुपये और 150 गज के घर पर 150 रुपये सालाना गृहकर देना होगा।
यह योजना ग्रामीणों को उनकी संपत्ति का अधिकार दिलाने और जमीन से जुड़े कानूनी झंझटों को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।