HARYANA VRITANT

Kaithal News कैथल जिले में पिछले तीन दिनों से वायु प्रदूषण में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। रविवार को भी वायु प्रदूषण का स्तर 300 से पार दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर श्रेणी में आता है।

प्रदूषण स्तर में उतार-चढ़ाव के बीच लगातार बढ़ोतरी

करीब 10 दिनों से वायु प्रदूषण का स्तर उतार-चढ़ाव से गुजर रहा था, लेकिन रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 312 पर पहुंच गया। यह स्तर खासतौर पर छोटे बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए खतरनाक है।

धुंधलापन और स्वास्थ्य पर प्रभाव

धुंधलापन शाम साढ़े चार बजे के बाद से शुरू होने लगा है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय प्रदूषण के कणों से बचने के लिए छोटे बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी जाती है। अगर बाहर जाना जरूरी हो तो चेहरे को मास्क या कपड़े से ढककर और बाद में चेहरे को पानी से धोकर बाहर निकलना चाहिए।

विशेषज्ञों की चेतावनी

विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण के कण शरीर में प्रवेश करने पर हमारी रोग प्रतिकारक क्षमता को कम कर सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।

बारिश से प्रदूषण में कमी की उम्मीद

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ सतीश कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण का स्तर अभी खराब श्रेणी में है, लेकिन बारिश के बाद इसे कम होने की संभावना है। पेड़-पौधों पर पानी की छिड़काव का कार्य भी शुरू कर दिया गया है, जो प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा।

किसानों से अपील

डीसी प्रीति ने किसानों से अपील की है कि वे फसल अवशेषों में आग न लगाएं, ताकि प्रदूषण को बढ़ने से रोका जा सके और पर्यावरण को साफ रखा जा सके।