HARYANA VRITANT

Panchkula News हरियाणा में इस समय परिवारवाद को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। भाजपा कांग्रेस को बापू-बेटा कहकर निशाना बना रही है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने लंबे समय बाद अपनी चुप्पी तोड़ी और भाजपा सहित अन्य विपक्षी दलों को जवाब दिया है।

भाजपा ने किया बापू-बेटा हमला

भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके सांसद बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को भाजपा, इनेलो और जजपा द्वारा बापू-बेटा कहकर लगातार निशाना बनाया जा रहा है। विधानसभा चुनाव और कांग्रेस की हार के बाद यह हमला और भी तेज हुआ है। भाजपा नेताओं ने हमेशा कांग्रेस को बापू और बेटा की पार्टी कहकर आलोचना की है, जिसमें राज्यसभा सदस्य किरण चौधरी और पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई प्रमुख हैं।

हुड्डा ने परिवारवाद पर दिया जवाब

लंबे समय तक राजनीतिक हमलों को झेलने के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने परिवारवाद को लेकर अपनी राय दी। एक वीडियो में उन्होंने कहा कि उन्हें अपने परिवार पर गर्व है। उनके दादा स्वतंत्रता सेनानी थे और उनके पिता चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा ने भारतीय संविधान पर हस्ताक्षर किए थे। उन्होंने कहा कि उनका परिवार राजनीतिक सेवा में हमेशा सक्रिय रहा है और यह परिवारवाद नहीं है।

भाजपा के नेताओं के परिवारवाद पर निशाना

हुड्डा ने अपने विरोधियों को करारा जवाब देते हुए कहा कि भाजपा के कई नेता भी परिवारवाद के उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी, राव इंद्रजीत और उनकी बेटी आरती राव, कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे भव्य बिश्नोई का उदाहरण दिया और भाजपा के परिवारवाद पर सवाल उठाए।

बड़े राजनीतिक घरानों के परिवारवाद की चर्चा

भूपेंद्र हुड्डा ने अपने ट्विटर हैंडल पर परिवारवाद के मुद्दे को सार्वजनिक किया, जिसके बाद ट्रोलर्स ने देवीलाल, भजनलाल और बंसीलाल के परिवारवाद को भी उठाया। इनमें ओमप्रकाश चौटाला, रणजीत चौटाला, अभय चौटाला, जसमा देवी, कुलदीप बिश्नोई, शमशेर सिंह सुरजेवाला, रणदीप सुरजेवाला और अन्य परिवारों के नाम जोड़े गए हैं।

इस तरह से हरियाणा की राजनीति में परिवारवाद को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जिसमें हर पार्टी अपने तरीके से जवाब दे रही है।