HARYANA VRITANT

Karnal News करनाल के सेक्टर-13 अर्बन एस्टेट निवासी विवेक चौधरी के साथ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का फर्जी परमिशन सर्टिफिकेट दिखाकर 35.94 लाख रुपये की ठगी की गई। आरोपियों दीपक ठाकुर और संजय वर्मा ने उन्हें दो कंपनियों, बिटेक्स ट्रेम्स होल्डिंग लिमिटेड और एफएक्सयू सॉल्यूशन लिमिटेड में निवेश के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पीड़ित को फोरेक्स ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का लालच देकर निवेश करवाया।

निवेश पर 8% मासिक मुनाफे का लालच

2021 में करनाल के होटल ज्वैल्स में आयोजित सेमिनार में आरोपियों ने फोरेक्स ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी और दावा किया कि उनकी कंपनियों को आरबीआई से फोरेक्स ट्रेडिंग की अनुमति प्राप्त है। अगस्त 2022 में करनाल के जिमखाना क्लब में भी उन्होंने कई निवेशकों को पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए अधिक लाभ देने का वादा किया। निवेशकों को आठ प्रतिशत मासिक मुनाफा देने का दावा कर निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया।

पैसे वापस मांगने पर धमकी

विवेक चौधरी ने 35.94 लाख रुपये का निवेश किया, लेकिन जब उन्होंने अपना पैसा वापस मांगने के लिए संपर्क किया, तो उन्हें टाल दिया गया। जब वे नोएडा स्थित कार्यालय में आरोपियों से मिलने पहुंचे, तो उन्हें धमकाते हुए कहा गया कि “यह उत्तर प्रदेश है, तुम्हारा हरियाणा नहीं, कोई पैसा वापस नहीं मिलेगा।”

पुलिस में शिकायत करने पर चेक बाउंस

पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने की धमकी दी, तो आरोपियों ने 9.84 लाख रुपये के तीन चेक दिए, जो बैंक में जमा करने पर बाउंस हो गए। इसके बाद पीड़ित जब फिर से आरोपियों के कार्यालय पहुंचा, तो वहां कोई कार्यालय नहीं मिला। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।