HARYANA VRITANT

Charkhi Dadri News चरखी दादरी जिले के सरकारी स्कूलों में पीने के पानी की गुणवत्ता चिंताजनक है। जनस्वास्थ्य विभाग की कार्यशाला में 200 स्कूलों से लिए गए पानी के नमूनों की जांच की गई, जिसमें 125 नमूने फेल हो गए। कुछ नमूनों में क्लोरीन शून्य और टीडीएस 4600 तक पाया गया, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है।

सांकेतिक तस्वीर

दूषित पानी के सेवन से स्वास्थ्य पर खतरा

राजकीय स्कूलों में बच्चों द्वारा उपयोग किए जा रहे दूषित पानी से उनके स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है। दूषित पानी के कारण विभिन्न बीमारियों का खतरा बना रहता है, जो विद्यार्थियों के भविष्य और शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

जनस्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट

जनस्वास्थ्य विभाग ने जिले के 200 स्कूलों से पानी के नमूने लिए, जिनमें से 125 फेल पाए गए। अधिकतर नमूनों में टीडीएस की मात्रा अत्यधिक पाई गई, जबकि क्लोरीन की उपस्थिति नगण्य थी। इसके अलावा, कुछ नमूनों में हानिकारक बैक्टीरिया भी मिले।

पानी की गुणवत्ता पर विशेषज्ञ की राय

रासायनिक वैज्ञानिकों के अनुसार, पीने के पानी में टीडीएस की मात्रा 500 से 2000 तक होनी चाहिए। अगर टीडीएस इससे ज्यादा हो जाए, तो वह पानी पीने योग्य नहीं रहता, और इसके सेवन से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।