Haryana Election 2024 कांग्रेस में शामिल होने के बाद, पूर्व मंत्री कांता देवी ने भाजपा पर तीखा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा अब जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर रही है, इसलिए उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया। कांता देवी ने शनिवार को झज्जर के मातनहेल की अनाज मंडी में आयोजित जनसभा के दौरान कांग्रेस की सदस्यता ली।
भाजपा को बड़ा झटका, नाराजगी के चलते लिया फैसला
भाजपा की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व मंत्री कांता देवी, जो पार्टी से टिकट की दावेदार थीं, लेकिन टिकट न मिलने के कारण नाराज़ चल रही थीं। भाजपा प्रत्याशी कप्तान बिरधाना ने उन्हें मनाने की कोशिश भी की थी, लेकिन अचानक उन्होंने कांग्रेस के मंच पर आकर पार्टी ज्वाइन कर ली। कांता देवी ने भूपेंदर हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
कांता देवी का राजनीतिक सफर
कांता देवी ने 2009 में इनेलो से कांग्रेस की गीता भुक्कल के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वह दूसरे स्थान पर रहीं। 1996 के उपचुनाव में विधायक बनने के बाद उन्हें हविपा सरकार में पशुपालन और आयुर्वेदिक मंत्री बनाया गया था। कांता देवी की राजनीतिक यात्रा अब कांग्रेस के साथ जारी है।
अन्य प्रत्याशी भी कांग्रेस में शामिल
कांता देवी के अलावा, झज्जर से चुनाव लड़ने वाले अन्य प्रमुख प्रत्याशी भी कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। 2014 में इनेलो से चुनाव लड़ चुके साधुराम और 2019 में भाजपा के पूर्व प्रत्याशी डॉ. राकेश ने भी कांग्रेस ज्वाइन की है।