HARYANA VRITANT

Kurukshetra News इस्माईलाबाद। लगातार बदलते मौसम के बीच इस्माईलाबाद की अनाज मंडी में धान की आवक शुरू हो गई है, लेकिन सरकारी खरीद न होने के कारण किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को मंडी में लगभग 500 क्विंटल धान पहुंचा, परंतु सरकारी एजेंसियों की अनुपस्थिति के चलते खरीद प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई।

सांकेतिक तस्वीर

सरकार की नीतियों से उलझन में किसान

किसानों प्रदीप, तरसेम, संजीव, दीपक, और मनदीप ने बताया कि सरकार पानी की बचत के लिए कम समय में पकने वाली धान की किस्मों को प्रोत्साहित कर रही है, ताकि कम पानी में फसल तैयार हो सके। लेकिन जब किसान जल्दी पकने वाली फसल मंडी में लाते हैं, तो खरीद प्रक्रिया न होने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है।

मौसम और खरीद की दोहरी चुनौती

किसानों का कहना है कि इस समय धान की फसल पूरी तरह से तैयार है और लगातार बिगड़ते मौसम से उनकी चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। वहीं, मंडी में सरकारी खरीद न होने से उनकी परेशानी दोगुनी हो गई है। धान में नमी न होने के बावजूद उसे सूखाने का बहाना बनाकर खरीदी नहीं की जा रही, जिससे किसान लगातार असमंजस में हैं।