Haryana Election 2024 हरियाणा में पांच अक्तूबर को चुनाव है। आठ अक्तूबर को परिणाम आएगा। कांग्रेस के लिए प्रचार में पिछड़ने का कारण दस साल से संगठन का नहीं होना व भाजपा का कैडर मजबूत होना माना जा रहा है।
हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर टिकट वितरण से पहले प्रचार में कांग्रेस भाजपा से पिछड़ती नजर आ रही है। पिछले 15 दिन में भाजपा की प्रदेश भर में 10 से अधिक रैलियां हो चुकी हैं।
मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने भी हलकों में प्रचार शुरू कर रखा है। दूसरी ओर, कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला टिकटों को लेकर दिल्ली में ही उलझे हुए हैं। अपने चहेतों को टिकट दिलाने के लिए ये नेता दिल्ली नहीं छोड़ पा रहे हैं। हालांकि, पिछले दो दिनों में पूर्व सीएम हुड्डा प्रत्याशियों के नामांकन के लिए जा रहे हैं और रैलियों को संबोधित कर रहे हैं।
भाजपा : चुनाव की घोषणा से पहले से चुनावी मोड में
चुनावों की घोषणा से पहले ही भाजपा चुनावी मूड में रही है। आचार संहिता से पहले भाजपा ने ताबड़तोड़ रैलियां कीं। न केवल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अलग-अलग हलकों में जाकर प्रचार को धार दी, बल्कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल व कानून मंत्री मेघवाल भी पहुंचे। चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी अलग-अलग जिलों में जाकर बैठकें कर रहे हैं। इन सभी के ऊपर गृह मंत्री अमित शाह लगातार अपडेट ले रहे हैं और निगरानी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद 14 सितंबर को कुरुक्षेत्र में रैली करेंगे।
कांग्रेस : नहीं आ पाया कोई बड़ा नेता
कांग्रेस का पूरा फोकस फिलहाल पूरी तरह से टिकटों पर है। हरियाणा में कांग्रेस के पास सबसे बड़ा चेहरा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा हैं और दूसरा प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान। दोनों कई दिनों से दिल्ली में डटे हैं। दूसरे धड़े में सांसद कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला या तो दिल्ली में हैं या फिर अपने हलकों में हैं। हाईकमान की ओर से भी कोई बड़ा नेता अभी हरियाणा में नहीं आया है। हरियाणा प्रभारी बाबरिया बीमार हो गए हैं और राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत अन्य नेता भी हरियाणा नहीं आ पा रहे। हालांकि, इनके आने के कार्यक्रम प्रस्तावित जरूर हैं।
अकेले दीपेंद्र हुड्डा ने संभाल रखी है कमान…
प्रदेश कांग्रेस में सांसद दीपेंद्र हुड्डा अकेले ऐसे नेता हैं, जो प्रदेशभर में पार्टी के प्रचार कर रहे हैं। पिछले एक महीने से वह हरियाणा मांगे हिसाब कार्यक्रम के तहत रथ यात्रा निकाल रहे हैं। हुड्डा प्रदेशभर की विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार कर चुके हैं और भाजपा पर लगातार हमलावर रहे हैं। इससे पहले, कुमारी सैलजा भी पदयात्रा के माध्यम से 40 से अधिक सीटों पर प्रचार कर चुकी हैं।