Haryana Election 2024 जब 6 फरवरी 2004 को 13वीं लोकसभा को भंग कर दिया गया था। चार दिन बाद हरियाणा विधानसभा के सत्र में ध्यानाकर्षण प्रस्तावों सहित अन्य अह्म बिंदुओं पर चर्चा चल रही थी। विपक्ष ने चौटाला सरकार को कार्यकाल के पूरा होने से एक साल पहले चुनाव में आने की चुनौती दे डाली। विपक्ष-सत्ता पक्ष ने एक-दूसरे पर तंज कसे। पढ़िए 10 फरवरी 2004 के सत्र से चुनावी किस्सा…
हरियाणा के भजनलाल की असाधारण राजनीतिक क्षमताओं के बारे में देश को तब पता चला जब 1979 में उन्होंने चौधरी देवीलाल की सरकार में डेयरी मंत्री रहते हुए तख्ता पलट कर खुद की सरकार बना ली थी।
वो भी तब जब खतरे की आशंका के बाद चौधरी देवीलाल ने करीब 42 विधायकों को तेजा खेड़ा के अपने किलेनुमा घर में रखा हुआ था। बताते हैं कि इन्हें बाहर तक आने-जाने की मनाही थी।