पानीपत के गोहाना रोड स्थित महराना गांव के पास रविवार शाम को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। दो युवक चलती कार में शराब पी रहे थे, जब उनकी लापरवाही ने तीन निर्दोष मजदूरों की जान ले ली। तेज गति से कार चला रहे एक युवक ने सड़क पर पैदल जा रहे तीन मजदूरों को कुचल दिया। हादसे के बाद भी कार अनियंत्रित होकर पेड़ों से टकराती हुई सड़क किनारे पलट गई। स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचकर एक आरोपी को पकड़ लिया, जबकि दूसरा युवक फरार हो गया।
घटनास्थल पर एंबुलेंस की देरी
हादसा रविवार शाम करीब 6 बजे हुआ, जिसके बाद लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। पुलिस तो 20 मिनट में पहुंच गई, लेकिन एंबुलेंस आधे घंटे बाद भी नहीं पहुंची। इस दौरान तीनों मजदूर सड़क किनारे तड़पते रहे और एक-एक कर उनकी मौत हो गई। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया और तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
तीन परिवारों का उजड़ना
हादसे में मारे गए मजदूरों में सिम्पी के पति अनिल प्रसाद, उसके पिता नंदे महतो और पश्चिम बंगाल का कार्तिक शामिल थे। ये तीनों महराना स्थित फैक्ट्री में काम करते थे और अपने घर पैदल लौट रहे थे, जब यह हादसा हुआ। सिम्पी और उनके परिवार के साथ ही पश्चिम बंगाल के कार्तिक के परिवार की भी इस हादसे में दुनिया उजड़ गई।