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चौधरी भजनलाल से जुड़े पटवारी वाले किस्सा मनोहरलाल ने सुनाया उसका कितना नुकसान हुआ इस सवाल का जवाब देते हुए कुलदीप बिश्नोई ने कहा प्रदेश भर के लोगाें में इससे गुस्सा था। मैंने बार बार लोगों को कहा कि मैंने माफ कर दिया ऐसी कोई बात नहीं है ,आप भी माफ कर दो।

सांकेतिक तस्वीर

पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि मेरी लालसा सीएम बनने नहीं है। मुख्यमंत्री की दौड़ में तो हमेशा रहूंगा ही, पता नहीं किस्मत करवट बदल ले। फिलहाल मेरी इच्छा आदमपुर,हिसार और पूरे हरियाणा के विकास की है। मैं पूरे हरियाणा में ढाई बार गया हूं। चैलेंज के साथ कहता हूं हरियाणाा हर गांव में हमारा कार्यकर्ता, हमारा वोटर है। मैंने लोगों के लिए लाठियां भी खाई हैं। अपने पिता की प्रथा को भी आज भी निभा रहा हूं। किसी अच्छे कद के नेता ताकत देती है तो पार्टी भी मजबूत होती है। एक चैनल से बातचीत में पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि नेता अलग होता है विधायक अलग होता है। विधायक तो 90 हैं , नेता कुछ ही हैं।

बाहरी को टिकट देने के कारण हारे हिसार लोकसभा

लोकसभा चुनाव को लेकर जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक बाहरी व्यक्ति को हिसार में टिकट दे दी। जिसका यहां कोई जनाधार नहीं था। हमने उसके लिए सच्चे प्रयास भी किया लेकिन लोगों ने उनको वोट नहीं दिया। लोगों ने कहा कि हमारे व्यक्ति की टिकट गई , हमारे परिवार की टिकट कट गई। मेरी टिकट कटने से पार्टी को हिसार ही नहीं पूरे प्रदेश में हुआ। मुझे पता नहीं भाजपा के कौन सलाहकार हैं जो कुछ जगह पर गलती कर देते हैं। देर आएंगे दुरस्त आएंगे। बीजेपी भी आंखें खुलेंगी। लोकसभा के टिकट वितरण पर मैंने सीएम नायब सिंह सैनी से कहा था कि तीन चार टिकट गलत बाटी हैं हम चार सीट कम से कम हारेंगे।

मनोहरलाल के किस्से के कारण लोगों में गुस्सा…

चौधरी भजनलाल से जुड़े पटवारी वाले किस्सा मनोहरलाल ने सुनाया उसका कितना नुकसान हुआ इस सवाल का जवाब देते हुए कुलदीप बिश्नोई ने कहा प्रदेश भर के लोगाें में इससे गुस्सा था। मैंने बार बार लोगों को कहा कि मैंने माफ कर दिया ऐसी कोई बात नहीं है ,आप भी माफ कर दो। लोगों में जबरदस्त गुस्सा था और आज भी है। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि पटवारी वाला किस्सा सच्चा है।

रावतखेड़ा के बिश्नोई चौधरी भजनलाल से मिलने चंडीगढ़ गए थे। उन लोगों चौधरी भजनलाल के सामने कहा था कि पटवारी ने रिश्वत मांग रहा है। जिसके बाद चौधरी भजनलाल ने कहा था कि कितने खर्चा लग गया। उन लोगों ने कहा कि आने जाने में 400 रुपये खर्च हो जाएंगे। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा था कि 200 रुपये तो वहां दे देते काम हो जाता। इसके बाद चौधरी भजनलाल ने अपनी जेब से 400 रुपये निकाल कर भी दिए , पटवारी को निलंबित किया गया था। गिरदावरी के जिस काम के लिए आए थे वह काम भी कराया था। मनोहरलाल ने किस्से का आखिरी हिस्सा नहीं सुनाया।

भव्य को मंत्री बनाते तो भाजपा को फायदा होता…

कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि लोगों ने मेरा एक कद बना दिया है। मैं फाइल लेकर दफ्तर दफ्तर नहीं जा सकता। लोगों के काम के लिए फोन तो कर सकता हूं लेकिन दफ्तर में नहीं जा सकता। दस दिन में से दो दिन आदमपुर, दो दिन दिल्ली, 6 दिन चंडीगढ़ में रहकर लोगों के काम कराते हैं। भव्य बिश्नाई को मंत्री बनाते तो अच्छा रहता। इसका भाजपा को भी होता। आज आदमपुर में 42 प्रत्याशी घूम रहे हैं।इसमें 80 प्रतिशत लोग साढे चार महीने गायब रहते हैं। हम 56 साल से सेवा कर रहे हैं। यहां बंसीलाल, देवीलाल, ओमप्रकाश चौटाला,भूपेंद्र सिंह हुड्डा सभी आ चुके लेकिन यहां के लोग बहुत समझदार हैं।