मलिकपुर निवासी सरोज बुधवार सुबह चंडीगढ़ जाने के लिए बस स्टैंड पर पहुंची थी। महिला के साथ एक छोटी बच्ची भी थी। अचानक उसकी तबियत ख़राब हो गई। आसपास के लोगों ने एम्बुलेंस को कॉल किया, लेकिन लगभग एक घंटे तक एम्बुलेंस नहीं आई।
एनएचएम कर्मियों की हड़ताल का असर आम जनता की सेहत पर पड़ रहा है। बुधवार को बस स्टैंड पर एक महिला की तबियत खराब हो गई। परिजनों ने एम्बुलेंस को कॉल की, लेकिन एक घंटे बाद भी एम्बुलेंस मरीज को नहीं मिली। इसके बाद खुद एनएचएम कर्मी निजी वाहन लेकर बस स्टैंड पहुंचे और गाड़ी से महिला और सिविल अस्पताल पहुंचाया। उसके बाद डॉक्टरों ने महिला का इलाज किया। अब महिला की हालत ठीक है।
निजी गाड़ी में सिविल अस्पताल पहुंचाया
जानकारी के अनुसार मलिकपुर निवासी सरोज बुधवार सुबह चंडीगढ़ जाने के लिए बस स्टैंड पर पहुंची थी। महिला के साथ एक छोटी बच्ची भी थी। अचानक उसकी तबियत ख़राब हो गई। आसपास के लोगों ने एम्बुलेंस को कॉल किया, लेकिन लगभग एक घंटे तक एम्बुलेंस नहीं आई। उसके बाद एनएचएम कर्मी बस स्टैंड पहुंचे और महिला को अपनी निजी गाड़ी में सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने महिला की जांच की। सिविल अस्पताल में महिला का इलाज किया जा रहा हैं। फिलहाल महिला की पहचान नहीं हो सकी हैं और उसको होश नहीं आया हैं।
13 दिन से हड़ताल पर कर्मी
एनएचएम कर्मी पिछले 13 दिन से हड़ताल कर रहे हैं। सिविल अस्पताल में कर्मी धरना दे रहे हैं।