HARYANA VRITANT

सीवन। सावन का महीना शुरू होते ही फिरनी, घेवर, सुआली व बिस्कुट ने भी दस्तक दे दी है। बाजार में हलवाइयों की दुकानें घेवर व फिरनी से भर गई हैं। इसके साथ ही सुआली, मट्ठी व अन्य सामान भी सज गया है। हरियाणा में सावन माह में लड़की के घर पर कोथली भेजने की रिवाज है। कोथली में बिस्कुट, फिरनी, घेवर, सुआली और अन्य सामान भेजा जाता है।

सांकेतिक तस्वीर

इसके लिए हलवाइयों ने तैयारियां आरंभ कर दी हैं। कृष्ण कामरा, गुलशन कामरा ने बताया कि हरियाणा प्रदेश की संस्कृति में सावन माह का विशेष महत्व है। इस माह में पूजा अर्चना होती है और साथ ही झूले भी पड़ते हैं। भाई अपनी बहनों के यहां कोथली लेकर जाते हैं। कोथली में सावन की मिठाई फिरनी, घेवर, सुआली आदि होती है। फिरनी और घेवर केवल सावन माह में ही बनाए जाते हैं।

साल में एक बार ही यह मिठाइयां बनती हैं। कैथल जिले की फिरनी बहुत ही प्रसिद्ध है। ऐसे में सावन माह में दुकानों पर केवल फिरनी और घेवर का ही राज होता है। अब तो बाजार में मावे वाला घेवर, केसर वाला घेवर, बड़े साइज का व छोटे साइज का घेवर और बहुत ही अलग अलग तरह के घेवर मिलने लग गए हैं। इस बार उन्होंने भी घेवर व फिरनी के लिए विशेष कारीगर बुलाए हैं जो पूरे माह घेवर व फिरनी तैयार करेंगे। रक्षा बंधन पर भी इसकी बहुत मांग रहती है। संवाद