HARYANA VRITANT

मुलाना। ठरवा गांव में रविवार शाम को तेंदुए द्वारा पांच साल के बच्चे को गंभीर रूप से घायल करने के बाद गांव में दहशत का माहौल है। यह दहशत ठरवा के नजदीक लगते गांव शुरगल में भी देखने को मिली। गांव की गलियां सुनसान दिखाई दी। बच्चों को स्कूल अभिभावक छोड़ने आए। वन्य प्राणी विभाग की टीम ने गांव में सर्च अभियान चलाया लेकिन तेंदुए के कोई निशान नहीं दिखाई दिए।

सांकेतीक तस्वीर

हालांकि पांच साल का बच्चा दीपांशु जिस कूप के पीछे से मिला वहां दीपांशु का खून काफी मात्रा में पड़ा था। वन्य विभाग द्वारा फिलहाल तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं की गई। गांव का हर ग्रामीण तेंदुआ होने की बात को पुख्ता बता रहा है। ग्रामीणों के अनुसार तेंदुए की वायरल वीडियो उनके गांव का ही है जोकि गांव के ही युवाओं ने बनाई है। उधर सोमवार को तेंदुए को उपलाना गांव के खेतों में देखने की बात सामने आई है। जिसके बाद गांव एहतियातन मुनादी भी कराई गई है।

चश्मदीद ने बताया घटनाक्रम

पांच साल के बच्चे को तेंदुए द्वारा घायल करने की घटना के चश्मदीद शुरगल गांव के नंबरदार छत्रपाल ने बताया कि दीपांशु की माता रजनी शुरगल गांव से आटा लेकर आ रही थी। उसकी गोद में एक बच्चा था जबकि दीपांशु उसके साथ चल रहा था। इसी दौरान झाड़ियों से निकल कर तेंदुए ने दीपांशु को दबोच लिया और झाड़ियों में कूप के पीछे करीब 150 मीटर दूर खींचकर ले गया। रजनी ये देखकर चिल्लाने लगी।

चिल्लाने की आवाज सुनते ही नंबरदार सहित अन्य व्यक्ति उस तरफ भागे। जब वे मौके पर गए तो तेंदुआ बच्चे को लेकर झाड़ियों में एक कूप के पीछे ले गया था। वहां शोर मचाने पर और लोग मौके पर आए तो कूप के पीछे से कुछ आवाज आई। वहां जाने पर देखा तो पाया कि कूप के पीछे दीपांशु लहुलूहान हालत में था। तेंदुआ उसे शोर सुनकर छोड़कर भाग गया था। उसे तुरंत नारायणगढ़ सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे पीजीआई रेफर किया गया।

बच्चा अब खतरे से बाहर

बताया जा रहा है कि बच्चे के सिर,गर्दन सहित जबड़े पर जख्म थे। बच्चा अब खतरे से बाहर बताया जा रहा है। वहीं राजकीय माध्यमिक स्कूल ठरवा में तेंदुए के भय से स्कूली बच्चों को स्कूल छोड़ने उनके अभिभावक पहुंचे। स्कूल में भी बच्चों के प्रवेश के बाद स्कूल के गेट को बंद कर दिया था । वहीं ग्रामीणों के अनुसार गांव में एक बच्ची ने शुक्रवार को भी तेंदुआ होने की बात कही थी। लेकिन उस बात पर किसी ने विश्वास नहीं किया था।

ग्राम सरपंच मीनू रानी ने बताया

ग्राम सरपंच मीनू रानी ने बताया कि गांव में तेंदुआ देखा गया है। गांव के युवकों ने एक वीडियो भी बनाई है। गांव का एक पांच साल के बच्चे दीपांशु को तेंदुए ने गंभीर रूप से घायल किया है। बच्चा अब सुरक्षित है । तेंदुए की सूचना मिलते ही हमने ही वाइल्ड लाइफ विभाग सहित वन विभाग व पुलिस को सूचित किया था।

वन्य प्राणी जिला अधिकारी राजेंद्र डांगी ने बताया कि टीम द्वारा ठरवा गांव में सर्च अभियान चलाया गया। लेकिन तेंदुआ होने के कोई निशान नहीं मिले है। टीम सर्च अभियान लगातार जारी किए हुए है। संभावित जगह पर एक पिंजरा लगाया गया है।