चरखी दादरी। आकाश उर्फ आशु हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। हत्याकांड को अंजाम आशु के दोस्त अंकित उर्फ एफडी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर दिया था। तीनों आरोपियों को पुलिस ने काबू कर लिया और उन्हें न्यायालय में पेश कर पूछताछ व वारदात में प्रयोग हथियार बरामदगी के लिए एक दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि हत्याकांड के बाद आरोपियों ने स्नान किया। इसके बाद मंदिर में जाकर माथे पर तिलक लगाया।
हत्याकांड में शामिल तीनों आरोपियों को पुलिस ने किया घसौला रोड से गिरफ्तार, हत्या में ईंट और पेचकस के अलावा चाकू का भी किया इस्तेमाल।
हत्याकांड में हुई आरोपियों की गिरफ्तारी
वीरवार दोपहर डीएसपी मुख्यालय विनोद शंकर ने हत्याकांड में हुई आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रेसवार्ता की। इसमें डीएसपी ने बताया कि आशु के दोस्तों ने ही उसकी हत्या की थी। हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। बताया कि हत्यारोपी अंकित उर्फ एफडी उसे घर से बुलाकर ले गया था। इसके बाद कबीर नगर निवासी साहिल उर्फ हालन और घिकाड़ा रोड निवासी अरुण भी उनके पास पहुंच गए।
डीएसपी ने बताया कि
डीएसपी ने बताया कि वे चारों बांस फैक्टरी के पास एक भूखंड में बैठ गए। वहां आशु के सिर में पहले ईंट से वार किया। इसके बाद चाकू व पेचकस से उस पर ताबड़ताेड़ वार किए गए। इसके बाद तीनों आरोपी अंकित, अरुण और साहिल आकाश उर्फ आशु के शव को वहीं झाड़ियों में छोड़कर फरार हो गए। एसपी पूजा वशिष्ठ के निर्देशानुसार पुलिस टीम ने हत्याकांड में शामिल तीनों आरोपियों को बुधवार रात घसौला रोड से गिरफ्तार कर लिया। वीरवार को पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश किया और पूछताछ के लिए उन्हें कोर्ट से एक दिन के रिमांड पर लिया गया। फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ जारी है।
पिता प्रदीप की शिकायत पर पुलिस ने
वार्ड-11 निवासी आकाश उर्फ आशु किसी मामले में चार दिन पहले ही फरीदाबाद बाल सुधार गृह से जमानत पर बाहर आया था। नौ जुलाई को वह घर से निकला था और उसका शव महेंद्रगढ़ रोड क्षेत्र स्थित बांस फैक्टरी के पास एक भूखंड से बरामद हुआ था। उसके शरीर पर 20 चोटों के निशान थे। आशु के पिता प्रदीप की शिकायत पर पुलिस ने उसके दोस्त अंकित उर्फ एफडी व उसके साथियों पर हत्या का केस दर्ज किया था। करीब 30 घंटे के अंदर ही पुलिस ने आरोपियों को काबू कर लिया।
घर के अलावा अन्य जगहों पर छुपाए वारदात में इस्तेमाल हथियार
डीएसपी विनोद शंकर ने बताया कि हत्याकांड के दौरान आरोपी अंकित, अरुण और साहिल के कपड़े खून से सन गए थे। इसके बाद वे घर पहुंचे और खून से सने कपड़े निकालकर स्नान किया। इसके बाद आरोपी मंदिर पहुंचे और आकाश उर्फ आशु की हत्या की खुशी में माथे पर तिलक लगाया। आरोपियों ने वारदात में प्रयोग ईंट मौके पर ही छोड़ दी जबकि चाकू व पेचकस अलग-अलग जगह छुपा दिए। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस आरोपियों से हथियार व कपड़े बरामद करेगी।
पथभ्रष्ट हो रहे युवा, तीनों आरोपियों की उम्र 25 साल से कम
जिले के युवा पथभ्रष्ट हो रहे हैं। पढ़ने की उम्र में हत्या जैसा संगीन जुर्म कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि आकाश उर्फ आशु हत्याकांड के आरोपी नशा भी करते हैं। दो की उम्र 18 वर्ष है जबकि एक की उम्र चौबीस साल है। इस उम्र में नशा के दलदल में फंस गए और हत्याकांड को भी उन्होंने अंजाम दे डाला। आरोपी साहिल पर मारपीट का एक केस पहले भी दर्ज है।
आरोपी अंकित मृतक आकाश का दोस्त था। उसने अरुण व साहिल के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने एक दिन के रिमांड पर लिया है। फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है।