HARYANA VRITANT

अंबाला सिटी। 13 फरवरी से बंद अंबाला-शंभू सीमा खुलाने की मांग पर जन जागृति संगठन ने तीन जुलाई बुधवार को सुबह नौ बजे से 12 बजे तक सभी प्रतिष्ठान और दुकानें बंद करने का आह्वान किया है।

सांकेतिक तस्वीर

इस बंद को हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल अंबाला के जिला प्रधान और कार्यकारिणी सदस्य समर्थन देंगे। वढेरा ने बताया कि यह आह्वान लंबे समय से बंद पड़े शंभू सीमा के विषय में है। यह सीमा व्यापारी, आमजन और सरकार की लाइफ लाइन है। जिस तरफ सरकार और प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा।

अंबाला से शंभू पहुंचने में हाईवे से होते हुए मात्र 10 मिनट का सफर अब वाया घनौर जोकि पंजाब में पड़ता है, वह अब दो घंटे का हो गया है। इस संकरी सड़क के साथ भाखड़ा नहर 8 किलोमीटर तक बह रही है। जिस पर सफर करना जान जोखिम में डालने के बराबर है।

सीमा बंद होने से व्यापार चौपट

जिला प्रधान नीरू वढेरा का कहना है कि इस सीमा के बंद होने की वजह से अंबाला का व्यापार चौपट हो गया है। स्टाफ का वेतन भी निकालना मुश्किल हो रहा है। वढेरा ने बताया कि जन जागृति संगठन के संयोजक राम रतन गर्ग और प्रधान विप्पल सिंगला प्रत्येक बाजार व सभी व्यापारी संगठनों से उपरोक्त विषय पर निजी तौर पर जाकर विषय की गंभीरता बारे व्यापारी व आमजन को अवगत करवा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल अंबाला के कार्यकारिणी सदस्य पुरानी कपड़ा मार्केट, देव समाज कॉलेज रोड, मनियारी मार्केट, अग्रसेन चौक, कालका चौक, सर्राफा बाजार, दाल बाजार, कोतवाली बाजार, पटेल रोड, जगाधरी गेट, रेलवे रोड व मानव चौक इत्यादि पर तैनात रहेंगे और बंद को कामयाब बनाने में सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि अपने-अपने बाजारों में बंद की व्यवस्था देखने की जिम्मेदारी चंद्रमोहन गुलाटी, तरसेम गर्ग, पवन गुप्ता, सुरेंद्र सचदेवा, देविंद्र वर्मा, जोगिंद्र वर्मा, प्रधान राजकुमार, लक्की जुनेजा, श्रीकृष्ण गंभीर, मोहन लाल सैनी और मनोज गोयल को सौंपी गई है।

व्यापारी 12 बजे सौंपेंगे ज्ञापन

सभी बाजारों के व्यापारी 3 जुलाई सुबह 9 बजे शहर के कपड़ा मार्केट देव समाज गर्ल्स कॉलेज के सामने एकत्रित होंगे। यहां एकत्रित होकर रोष जताया जाएगा। इसके बाद 12 बजे उपायुक्त कार्यालय में गृहमंत्री हरियाणा व भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।

किसानों का 13 फरवरी से चल रहा आंदाेलन

अंबाला-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शंभू सीमा पर किसान अपनी मांगों को लेकर 13 फरवरी से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। उसी दौरान से यह रास्ता बिल्कुल बंद है। रास्ता बंद होने से लोगों को पंजाब व हरियाणा के अलग-अलग जगहों से होकर निकलना पड़ रहा है। व्यापारी रास्ता खुलवाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि लंबे समय से रास्ता बंद होने से उनका व्यापार चौपट हो गया है। लोगों को भी आवाजाही में भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं, बीते दिनों रास्ता खोलने को लेकर व्यापारी व किसान भी आमने सामने हो गए थे।