HARYANA VRITANT

यमुनानगर। मां और भाई की हत्या से पहले आरोपी काजल ने लोगों को भरसक यह दिखाने का प्रयास किया कि वो मां व भाई से बहुत प्यार करती है। यही कारण है कि सहकर्मियों को अब यह विश्वास नहीं हो रहा है कि काजल ने अपनी मां और भाई की हत्या की है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि वारदात से चार दिन पहले काजल ने मां मीना और भाई राहुल की बड़ी तस्वीर बनवाई थी, ताकि वह लोगों को दर्शा सके कि उनसे बहुत प्यार करती है।

सांकेतिक तस्वीर

दूसरी ओर साजिश में शामिल आरोपी इशांत

दूसरी ओर साजिश में शामिल आरोपी इशांत को पुलिस ने वीरवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले पूछताछ के दौरान इशांत से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। आरोप है कि इशांत इन्हीं मोबाइल से काजल को व्हाट्सएप पर काॅल करता था ताकि उसकी कोई काॅल हिस्ट्री न रहे और वह बच जाए।

पुलिस की जांच में पता चला कि

23 जून को आजाद नगर की गली नंबर दो में साजिश के तहत काजल ने ममेरे भाई कृष के साथ मिलकर मां और भाई की हत्या कर दी। पुलिस की जांच में पता चला कि पूरी साजिश में तीसरा आरोपी कृष का भाई इशांत भी शामिल था, जिसे पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि काजल ने इशांत को बताया था कि उसकी मां और भाई उसे परेशान करते हैं। छोटी-छोटी बातों पर उसे टोकते हैं, जो उसे पसंद नहीं है। यहां तक कि उस पर शादी का दबाव भी बनाया जा रहा है।

काजल ने उसे यह भी बताया था कि

काजल ने उसे यह भी बताया था कि जब किसी बात को लेकर झगड़ा होता था तो मां व भाई उसके साथ मारपीट भी करते थे। इसके बाद काजल और दोनों आरोपी भाइयों ने मिलकर हत्या की पूरी साजिश रची थी। थाना शहर यमुनानगर एसएचओ जगदीश चंद्र का कहना है कि इशांत को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। इस केस से जुड़े सभी सबूत पुलिस ने एकत्रित कर लिए हैं, जिनके आधार पर हत्यारोपियों को सख्त से सख्त सजा मिल सकेगी।

काजल ने सहकर्मियों से कहा था – मां पहले है और काम के लिए तो सारी उम्र पड़ी है…

काजल दो माह से प्यारा चौक स्थित सचदेवा कम्यूनिकेशन की दुकान पर मोटाेरोला कंपनी की बतौर प्रमोटर लगी हुई थी। यहां काम करने वाले स्टाफ ने बताया कि काजल की बातों से कभी लगा ही नहीं की वह अपनी मां व भाई की हत्या कर सकती है। जब भी दुकान पर घर से उसकी मां का फोन आता था तो काजल सारा काम छोड़ कर उनसे बात करती थी। यदि घर पर सब्जी, फल ले जाना होता था तो वह दुकान से थोड़ी देर के लिए छुट्टी लेकर चली जाती थी। वह यह कहती थी कि उसके लिए मां पहले है। काम करने के लिए तो सारी उम्र पड़ी है, काम तो होता ही रहेगा।