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90% सिम मेवात जिले के, पुलिस ने 402 संदिग्ध की पहचान की

हरियाणा देश में चल रही साइबर ठगी का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। पिछले साल 1 जनवरी से, हरियाणा पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने देश भर में साइबर धोखाधड़ी करने के लिए इस्तेमाल राज्य के लगभग 5 लाख SIM कार्डों को ब्लॉक कर दिया है। यह भी खुलासा हुआ है कि 90 प्रतिशत ब्लॉक सिम कार्ड मेवात जिले के 40 गांवों में उपयोग किए जा रहे थे।हरियाणा पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी में शामिल कम से कम 402 अपराधियों की पहचान भी की है।

66,784 शिकायतें आई
हरियाणा पुलिस के पास 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 के बीच 66,784 शिकायतें, जिन पर ये कार्रवाई की गई है। इन शिकायतों से पता चला कि हरियाणा में बैठे अपराधियों ने 301.48 करोड़ रुपए की ठगे। मेवात हरियाणा के नूंह जिले का एक क्षेत्र है, जो साइबर अपराध का केंद्र बन रहा है।

ऐसे हुई फर्जी SIM की पहचान
हरियाणा पुलिस के अधिकारियों के अनुसार फर्जी सिम कार्ड की पहचान दूरसंचार विभाग (DOT) द्वारा विकसित एक टूल, टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर वेरिफिकेशन (ASTR) के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फेशियल रिकॉग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन की मदद से की गई है। अभी भी कई सिम कार्डों की पहचान के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।

चार लोग मिलकर करते हैं अपराध
एक वरिष्ठ अधिकारी ने मोडस ऑपरेंडी के बारे में बताया कि एक व्यक्ति फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके सिम कार्ड की व्यवस्था करता है, दूसरा बैंक खातों और भुगतान आवेदनों को इन सिम कार्डों से जोड़ता है, तीसरा संभावित लक्ष्यों को कॉल करने और ठगने के लिए दूसरे सिम कार्ड का उपयोग करता है, जबकि चौथा पैसा निकालता है। अपराधी गिरफ्तारी से बचने के लिए ज्यादातर दूर रहने वाले लोगों को अपना निशाना बनाते हैं।

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