हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि ‘‘प्रजातंत्र में फैसले विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा जैसे मंचों पर चर्चा करने से लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चर्चा करने से बच रही है, क्योंकि इनके पास ज्ञान नहीं है इसलिए ‘थोथा चना बाजे घना’ की कहावत इन पर चरितार्थ हो रही है।
कांग्रेस की अडानी मामले को लेकर एक कमेटी बनाए जाने और जांच करने की मांग के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘फैसले चर्चा होने के बाद होते है, पहले ये (कांग्रेस) वहां पर जाएं और वहां पर बैठकर चर्चा करें, फिर उसके बाद नतीजा निकलता है’’।
उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘‘आप (कांग्रेस) चर्चा करते ही नहीं हैं, आप तो घर से फैसला करके आते हैं कि हमने शोर मचाना है’’। उन्होंने कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर तंज कसते हुए कहा कि ‘‘चोर मचाए शोर’’।
विज सोमवार को नई दिल्ली के हरियाणा भवन में पत्रकारों द्वारा कांग्रेस के प्रदर्शन के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘प्रजातंत्र में फैसले विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा मंचों पर चर्चा करने से लिए जाते हैं, ये (कांग्रेस) चर्चा तो करते नहीं, ये शोर मचाते हैं। उन्होंने कहा कि चर्चा करने के लिए ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इनके (कांग्रेस) पास ज्ञान नहीं हैं और जानकारी भी नहीं हैं।